रेल परिसर में फूड स्टॉल के आवंटन में महिलाओं को 33 फीसदी का सब-कोटा मिलेगा। नई कैटरिंग पॉलिसी के तहत रेलवे ने इसका विशेष प्रावधान किया है। हाल ही में रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने इसे जारी किया है। रेल बजट 2016-17 में नई कैटरिंग पॉलिसी की घोषणा की गई थी।
आईआरसीटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, कैटरिंग यूनिट में महिलाओं को आरक्षण देने का उद्देश्य उन्हें आर्थिक तौर पर सशक्त बनाना है। रेलवे का कैटरिंग पीएसयू आईआरसीटीसी नई नीति के क्रियान्वयन के लिए जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा, नई नीति के तहत आरक्षित कैटरिंग स्टॉल में से महिलाओं को 33 फीसदी का सब-कोटा दिया जाएगा। इस समय 25 फीसदी छोटी कैटरिंग यूनिटें एससी (छह फीसदी), एसटी (4 फीसदी), बीपीएल (तीन फीसदी), ओबीसी (तीन फीसदी), अल्पसंख्यक (तीन प्रतिशत), स्वतंत्रता संग्राम सेनानी (चार फीसदी) और दिव्यांगों (दो फीसदी) के लिए आरक्षित हैं। वहीं अन्य श्रेणी के स्टेशनों में 49.5 प्रतिशत कैटरिंग यूनिटें आरक्षित हैं। ये एससी (12 फीसदी), एसटी (8 फीसदी), ओबीसी (20 फीसदी) और अल्पसंख्यकों (9.5 फीसदी) को आवंटित की जाती हैं।
नई नीति के तहत सभी श्रेणी के स्टेशनों में छोटी कैटरिंग यूनिटों की सभी श्रेणियों में से महिलाओं को 33 फीसदी का सब-कोटा दिया जाएगा। इस प्रावधान से रेलवे यह सुनिश्चित करेगा कि महिलाओं की भागीदारी किसी भी निर्धारित स्तर से कम न हो।
आईआरसीटीसी के अधिकारी ने कहा, महिलाओं के लिए सभी श्रेणी में सब-कोटा से बड़े स्टेशनों पर महिलाओं के लिए कम से कम आठ प्रतिशत स्टॉलों का आवंटन सुनिश्चित होगा। वहीं अन्य श्रेणी के स्टेशनों पर 17 फीसदी स्टॉल आवंटित हो सकेंगे।