संगठनात्मक मजबूती के मद्देनजर रणनीति बनाकर पार्टी नेताओं की जिम्मेदारियां भी तय की गईं। यह भी निर्णय लिया गया कि लोकसभा चुनाव के लिए अलग से करीब सौ विस्तारकों की नियुक्ति की जाए।
यह पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में अलग-अलग लोकसभा क्षेत्रों में संगठनात्मक जरूरतों तथा अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करेंगे। साथ ही लोकसभा चुनाव के मद्देनजर स्थानीय संगठन के बीच सेतु का काम करेंगे।
संगठन महामंत्री सुनील बंसल की मौजूदगी में हुई इस बैठक में निकाय चुनाव के मद्देनजर वाराणसी और इलाहाबाद नगर निगम के साथ इस क्षेत्र में आने वाली नगर पालिका परिषदों तथा नगर पंचायतों के राजनीतिक और सामाजिक समीकरणों की जानकारी ली गई।
मौजूदा महापौर या निकाय अध्यक्ष की जीत के समीकरण क्या थे और इस बार जीत का क्या गणित है। भाजपा के लिहाज से कैसे समीकरण हैं और जीत सुनिश्चित करने के लिए और क्या करने की जरूरत है।
इस बारे में फीडबैक लिया गया। संबंधित स्थानों के लोगों से अपने-अपने क्षेत्र के बारे में पूरा ब्योरा तैयार करने को कहा गया है।
यह भी सुझाव दिया गया है कि मौजूदा महापौर और निकाय अध्यक्षों, पार्षदों तथा सदस्यों के अलावा अन्य दावेदारों की जानकारी और उनकी उम्मीदवारी से बनने वाले स्थानीय समीकरणों के बारे में भी ब्योरा तैयार करें। शनिवार को अवध क्षेत्र की बैठक होगी।
निकाय चुनाव और सहकारिता चुनाव के मद्देनजर भी तैयारी के बारे में बताया गया। पार्टी की विस्तारक और पालक योजना के प्रभारी प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक की मौजूदगी में हुई इस बैठक में निकाय चुनाव के लिहाज से बूथों पर संगठनात्मक सक्रियता को लगातार बनाए रखने का सुझाव दिया गया।
यह भी समझाया गया कि जिला व महानगर के संगठन के लोगों के अलावा अन्य समर्थकों के साथ लगातार संवाद रखकर पार्टी को मजबूत किया जाए। विस्तारकों की 2 सितंबर को वाराणसी में बैठक होगी।
इसके बाद 3 सितंबर को गोरखपुर, 5 को अवध क्षेत्र की लखनऊ तथा 6 सितंबर को पश्चिम क्षेत्र की मेरठ में बैठक होगी। सभी बैठकों में निकाय चुनाव के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर बातचीत होगी। साथ ही आगे के कार्यक्रम व योजनाएं समझाई जाएंगी।
यह अतिरिक्त विस्तारक मुख्य रूप से सिर्फ चुनावी कार्यक्रमों पर फोकस करेंगे। पहले इन्हें निकाय चुनाव के लिए लगाया जाएगा। फिर लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।