कर्नाटक में कांग्रेस के लिए एक के बाद एक फजीहत होने का सिलसिला जारी है. आज सुबह मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने यह बयान देकर राज्य की राजनीति में खलबली मचा दी कि वह पद छोड़ने के लिए तैयार हैं. कांग्रेस के विधायक अपनी सीमा लांघ रहे हैं. उनका कहना था कि कांग्रेस विधायक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया को अपना मुख्यमंत्री मानते हैं. इस बयान को लेकर महागठबंधन की हिमायती कांग्रेस बैकफुट पर आ गई. अब पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की एक गलती से पार्टी को शर्मसार होना पड़ सकता है.
असल में, एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें मैसूर में सिद्धारमैया सार्वजनिक बैठक कर रहे हैं. इस दौरान एक महिला उनसे शिकायत करते हुए कुछ कह रही है. सिद्धारमैया उसे बार-बार बैठने और चुप कराने की कोशिश कर रहे हैं. इस दौरान सिद्धारमैया अपना आपा खो बैठे और महिला से माइक छीनते हुए नजर आए. माइक छीनने के दौरान महिला का दुपट्टा नीचे गिरने लगा. वीडियो में महिला शायद कन्नड़ में कुछ रही है जिस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उसे चुप करा रहे हैं. यह घटना मैसूर की है. बताया जा रहा है कि महिला उनके निर्वाचन क्षेत्र में विकास संबंधी कार्य न होने की उनसे शिकायत कर रही है.
इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी इस मामले में स्वतः संज्ञान लिया है. महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ट्वीट कर बताया कि आयोग ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लिया है. आयोग कर्नाटक पुलिस को पूरे मामले की जांच करने और कानून के मुताबिक उचित कार्रवाई करने के लिए कहेगा.
इससे पहले सुबह कुमारस्वामी ने इस बात से नाराज हो गए थे कि कांग्रेस के कुछ विधायक सिद्धारमैया को अपना मुख्यमंत्री मानते हैं. इसी बात पर नाराज होते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि कांग्रेस को इन मुद्दों को सुलझाना चाहिए वरना वह पद छोड़ने के लिए तैयार हैं.
कुमारस्वामी के इस बयान के बाद कर्नाटक में कांग्रेस बैकफुट आ गई. कांग्रेस नेता के. सी. वेणुगोपाल का कहना है कि उन्होंने पार्टी की राज्य ईकाई से विधायक को कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा है. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा कि विधायकों को इस प्रकार के बयान नहीं देना चाहिए. हमें बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से साथ मिलकर लड़ना है.
बहरहाल, कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन की सरकार संकट की स्थिति का सामना कर रही है. ऐसी स्थिति में सिद्धारमैया का यह वायरल वीडियो कांग्रेस के लिए आलोचना का कारण बन सकता है.