मारुति सुजुकी प्लांट में घुसा तेंदुआ 36 घंटे बाद पकड़ा गया

गुरुग्राम : दिल्ली से सटे गुरुग्राम के मानेसर स्थित मारुति सुजुकी के प्लांट में तेंदुए के घुसने से हड़कंप मचा गया था। बता दें कि यह तेंदुआ गुरुवार सुबह 4:00 बजे से ही प्लांट में घुसा हुआ था। कंपनी में घुसे तेंदुए को 36 घंटे की लगातार कोशिश के बाद वन विभाग के अधिकारी काबू में कर पाए। लेकिन तब तक तो इसने करोड़ों का नुकसान कर दिया था। जानकारी के मुताबिक प्लांट से सटे अरावली एरिया से एक तेंदुआ गुरुवार सुबह दीवार फांदकर अंदर आ गया था। सुबह करीब 3 बजे एक सिक्यॉरिटी गार्ड की नजर उस पर पड़ी तो वन विभाग की टीम को इसकी जानकारी दी गई। इसके बाद वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट और पुलिस की टीम ने जॉइंट ऑपरेशन शुरू किया। तेंदुए के इधर-उधर भागने की वजह से उसकी सही लोकेशन नहीं मिल रही थी। कुछ घंटों बाद वह प्लांट की इंजन शॉप में पहुंच गया। यहां वह एक तेल के ड्रम में गिर गया। इसके बाद उसके पंजों के निशान से उसे लोकेट किया गया।
गुरुवार शाम तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा और ट्रैंक्विलाइजर मंगाया गया। पिंजरे में दो मेमने रखे गए थे। इसके बाद भी तेंदुआ बाहर नहीं आया तो शुक्रवार सुबह करीब 11:30 पिंजरे में 2 किलो कच्चा मांस रखा गया। करीब 2 बजे तेंदुआ बाहर आया तो वाइल्फ लाइफ टीम के सदस्यों ने ट्रैंक्विलाइजर से उसे बेहोश कर पकड़ लिया। शुक्रवार को तेंदुआ पकड़ने के लिए पुलिस ने अपनी रैपिड एक्शन फोर्स की टुकड़ी को भी लगा दिया। इसमें शामिल कमांडो सहित 100 के करीब पुलिसकर्मी मारुति प्लांट के अंदर व बाहर मौजूद रहे।
डीएफओ वाइल्डलाइफ श्याम सुंदर ने बताया कि डीजल इंजन डिविजन की ड्रॉइंग देखने से पता चला कि वहां काफी मशीनें हैं। मशीनों के ऊपर कई तरह की पाइप लाइन भी है। तेंदुआ न सिर्फ यहां किसी मशीन में फंस सकता था, बल्कि वह किसी पाइप पर ऊपर चढ़ कर भी बैठ सकता था। ऐसे में डिपार्टमेंट की कोशिश उसे सकुशल पकड़ने की थी। इसीलिए उसे पकड़ने में इतना समय लगा। पूरे ऑपरेशन के दौरान किसी को चोट नहीं आई। पकड़ा गया तेंदुआ नर है, जिसकी उम्र करीब 5 साल आंकी जा रही है। इसका वजन 65 किलोग्राम के आसपास है। होश में आने के बाद इसे जंगलों में छोड़ा जाएगा।