जीवनशैली
मिसकैरेज ने के बाद ध्यान रखें इन सेहत से जुड़ी बातों का, वरना…
NEW DELHI: कभी कभी हमारी जिंदगी में भयानक घटनाएं बिना बुलाए ही आ जाती हैं, जिसके लिये हम तैयार भी नहीं रहते। गर्भपात भी उनमें से एक है, जो ज्यादातर गर्भवती महिलाओं के साथ हो जाता है।
कोई भी महिला जब से प्रेगनेंट होती है, तभी से वह एक एक दिन गिनना शुरु कर देती है कि कब वह दिन आएगा जब वह मां बनेगी। लेकिन जब भगवान का निर्णय ही कुछ और है तो भला ऐसे में क्या किया जा सकता है। मिसकैरेज यानी गर्भपात हो जाने से मां पर क्या गुजरती है यह केवल वही जान सकती है। जन्म देने से पहले अपने शिशु को खो देना काफी दर्दनाक एहसास होता है।
तो ऐसे में जिस महिला का गर्भपात हुआ हो, उसे भावनात्मक सहारे की काफी आवश्यकता होती है। यहां पर कुछ टिप्स दिये जा रहे हैं जो उन महिलाओं के लिये जो इस दौरान गर्भपात से गुजर रही हैं।
Tip #1
पहले तो यह जरुरी है कि आप यह पूरी तरह से स्वीकार कर लें कि आपके साथ एक भयानक घटना घटी है। चीजों को आसानी से स्वीकार कर लेने से वह चीजें और भी आसान बन जाती हैं।
Tip #2
अपना सारा समय अपने परिवार वालों और दोस्तों के साथ ही बताएं क्योंकि इस दुखद घड़ी में आपको ढेर सारे भावनात्मक सहारे की जरुरत पडे़गी ही पड़ेगी।
Tip #3
अगर आपको लगता है कि आप बहुत ज्यादा तनाव में हैं तो प्रोफेशनल हेल्प लेने में बिल्कुल भी ना हिचकिचाएं।
Tip #4
माना की आप का दिल टूटा है, लेकिन अपनी सेहत से खिलवाड़ ना करें और अपने खाने पीने का पूरा ध्यान रखें। आपके आहार में आयरन से भरपूर खाने होने चाहिये जैसे पालक, हरी सब्जियां, मीट आदि। मिसकैरेज से काफी ब्लड लॉस होता है।
Tip #5
आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि 2 हफ्ते तक यौन संबन्ध ना बनाएं क्योंकि उस दौरान आपकी योनि काफी संवेदनशील और चोटिल होती है। इसके अलावा इस दौरान इंफेक्शन होने के चांस भी काफी ज्यादा होते हैं।
Tip #6
एबॉर्शन होने के बाद आपको रेगुलर तौर पर अपनी स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास जाना चाहिये जिससे पता चल सके कि आगे किसी भी प्रकार की जटिलताएं ना हों।
Tip #7
अगर आपको मिसकैरेज के बाद दूसरे बच्चे के लिये ट्राई करना है तो, अपनी डॉक्टर से इस बारे में बात करना ना भूलें। उनसे पूछे कि क्या आप दूसरे बच्चे के लिये स्वस्थ हैं या नहीं।
Tip #8
अच्छा रहेगा कि आप नियमित रूप से व्यायाम करें और शराब का सेवन बिल्कुल बंद कर दें। ऐसा इसलिये क्योंकि आपके शरीर को ठीक होने के लिये समय चाहिये।