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मुंबई से हार के बाद गुस्से में आए विराट कोहली, ऑरेंज कैप भी पहनने से किया इंकार

आइपीएल में मंगलवार शाम को खेले गए मैच में विराट कोहली की टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को मुंबई इंडियंस के खिलाफ 46 रन से हार का सामना करना पड़ा। इस टूर्नामेंट में बैंगलोर की 4 मैचों में ये तीसरी हार रही। इस मुकाबले में विराट कोहली ने शानदारा पारी खेलते हुए नाबाद 92 रन बनाए। इसी के साथ वो  सुरेश रैना को पीछे छोड़ते हुए आइपीएल में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी बन गए, लेकिन अफसोस कोहली इस मैच में अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके।मुंबई से हार के बाद गुस्से में आए विराट कोहली, ऑरेंज कैप भी पहनने से किया इंकार

कोहली को मिली ऑरेंज कैप

वानखेड़े में नाबाद 92 रन की पारी खेलते ही कोहली इस आइपीएल में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी बन गए। कोहली के नाम अब 4 मैचों में 201 रन हैं। मैच के बाद जब उन्हें ऑरेंज कैप सौंपी गई तो वो मुंबई के हाथों मिली हार से काफी निराश दिखाई दिए और उन्होंने ऑरेंज कैप पहनने से भी इंकार कर दिया। मैच के बाद जब उन्हें ऑरेंज कैप सौंपी गई, तो बैंगलोर के कप्तान कोहली ने कहा कि, यह क्रिकेट और मुंबई के लिहाज से अच्छा मैच था, लेकिन मैं इसे (ऑरेंज कैप) नहीं पहनना चाहता। अभी इसे फेंक देने का मन कर रहा है और मैं इस पर फोकस करना चाहता हूं कि हमने विकेट कैसे गंवाए। कोहली का ये गुस्‍सा आरसीबी के ख‍िलाड़‍ियों के लिए था। 

इस वजह से गुस्से में थे कोहली

इस मैच में कोहली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया। तेज गेंदबाज उमेश यादव (2/36) ने अपने कप्तान के इस फैसले को सही साबित भी कर दिया। उमेश ने पारी की शुरुआती दो गेंदों पर सूर्यकुमार यादव (00) और इशान किशन (00) को बोल्ड कर अपनी टीम को बेहतरीन शुरुआत दी। इस आगाज के बावजूद रोहित शर्मा की ताबड़तोड़ 94 रन की पारी की बदौलत निर्धारित 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 213 रन बनाए।

214 रन के विशाल लक्ष्य का पीछे करते हुए विराट कोहली ओपनिंग करने उतरे। विराट कोहली एक छोर से डटे रहे और मुंबई के गेंदबाज़ों पर प्रहार करते रहे, लेकिन दूसरे छोर से और कोई भी बल्लेबाज़ उनका साथ देने के लिए नहीं रुका। कोहली खड़े रहे और दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे और आरसीबी की पूरी टीम निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 167 रन ही बना सकी। हालांकि कोहली अंत तक नाबाद रहे और उन्होंने 92 रन का पारी भी खेली, लेकिन मुंबई के हाथों मिली 46 रन की इस हार ने उन्हें काफी दुखी कर दिया और ये दर्द मैच के बाद जब वो ऑरेंज कैप लेने पहुंचे तो उनके चेहरे पर भी दिख रहा था। कोहली को अपनी टीम के खिलाड़ियों पर काफी गुस्सा आ रहा था, क्योंकि अगर कोई भी दूसरा बड़ा बल्लेबाज़ उनका साथ देेता तो आरसीबी की टीम आसानी से मैच जीत सकती थी, लेकिन किसी ने भी कोहली का साथ नहीं दिया और वो अकेले ही मैदान पर मुंबई के खिलाफ 214 रन के पहाड़ से लक्ष्य का पीछा करते रहे।

 

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