स्वास्थ्य
मुंह की स्वस्थ कोशिकाएं नष्ट करती है ई-सिगरेट
ई-सिगरेट के जरिये भाप (वेपर) लेने से मुंह के उस हिस्से में जहां लार (सलाइवा) जैसे द्रव्य का उत्पादन करने वाली ग्रंथि होती है, सबसे ज्यादा प्रभावित होती है
नई दिल्ली, पीटीआई। धूम्रपान से छुटकारा पाने के लिए आजकल ई-सिगरेट का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। कनाडा के वैज्ञानिकों का कहना है कि ई-सिगरेट से बड़ी मात्रा में मुंह की कोशिकाएं नष्ट होती हैं। यही नहीं इससे संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है। खासकर मसूड़ों में सूजन या अन्य तरह की समस्याओं का खतरा रहता है।
दरअसल, ई-सिगरेट के जरिये भाप (वेपर) लेने से मुंह के उस हिस्से में जहां लार (सलाइवा) जैसे द्रव्य का उत्पादन करने वाली ग्रंथि होती है, सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। इस हिस्से में प्रति मिनट दो से पांच सेकेंड तक भाप के बने रहने की स्थिति में काफी नुकसान होता है। इससे स्वस्थ सेल्स नष्ट होने लगते हैं।
वैज्ञानिकों के मुताबिक ई-सिगरेट से तकरीबन 53 फीसद सेल्स नष्ट हो जाते हैं। लिहाजा मुंह में संक्रमण का खतरा बहुत बढ़ जाता है और कई तरह की बीमारियां होने लगती हैं।