मुकेश अंबानी ने कहा- भारत दुनिया की 3 शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में होगा शामिल
मुंबई: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने यहां सोमवार को कहा कि देश के पास ‘प्रीमियर डिजिटल सोसायटी’ और दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने का अवसर है. माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सत्य नडेला की भारत यात्रा के मौके पर सोमवार को आयोजित ‘फ्यूचर डिकोडेड समिट’ को संबोधित करते हुए अंबानी ने कहा, “ट्रंप 2020 में जो भारत देखेंगे, वह कार्टर, क्लिंटन और यहां तक कि ओबामा ने जो भारत देखा है, उससे अलग होगा.”
इस दौरान अंबानी ने कहा कि 2020 में एक बिलकुल नया भारत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का स्वागत कर रहा है, जो उद्योगों में मजबूत परिवर्तन के साथ संपन्न डिजिटल अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन कर रहा है और जिसे पिछले अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने कभी नहीं देखा है.
अपने दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति और उनके परिवार का अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में करीब 1.10 लाख लोगों ने शानदार स्वागत किया. नडेला इस सप्ताह तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा के लिए भी भारत में हैं.
अंबानी ने कहा कि मोटेरा स्टेडियम इस बात का एक शानदार उदाहरण है कि भारत किस तरह से आगे बढ़ रहा है. अंबानी ने नडेला से कहा, “स्टेडियम में डिजिटल बुनियादी ढांचा दुनिया की किसी भी जगह से बेहतर है. यह नया भारत है.” अंबानी ने कहा, “मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि हम दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे. अब बहस सिर्फ इस बात को लेकर है कि ऐसा पांच साल में होगा या अगले दस साल में.”
उन्होंने कहा, “हम और आप (नडेला) जिस भारत में पले-बढ़े हैं, आने वाली पीढ़ी उससे अलग भारत को देखेगी.” इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नडेला ने कहा कि भारत के शीर्ष उद्योगपतियों को ऐसी तकनीकी क्षमता हासिल करनी चाहिए, जो ज्यादा समावेशी हो.
आरआईएल के अध्यक्ष ने कहा कि छोटे और मध्यम व्यवसायों को सशक्त बनाना भारत की वृद्धि को तेज करने में महत्वपूर्ण होगा. उन्होंने कहा, “भारत में हर छोटे व्यवसाय और उद्यमी में धीरूभाई अंबानी या बिल गेट्स बनने की क्षमता है और यही वह शक्ति है, जो भारत को दुनिया के बाकी हिस्सों से अलग बनाती है.”
अंबानी ने कहा, “मुझे लगता है कि जमीनी स्तर पर हमारे पास जो उद्यमशीलता की शक्ति है, वह बहुत अधिक है. हमें देखना होगा कि छोटे, मध्यम और सूक्ष्म उद्योग भारत के 70 फीसदी रोजगार प्रदान करते हैं. वे भारत के निर्यात का 40 फीसदी निर्यात करते हैं.” अंबानी ने भारत के मोबाइल नेटवर्क की तारीफ करते हुए कहा, “मुझे लगता है और मैं यह आसानी से कह सकता हूं कि भारत में मोबाइल नेटवर्क अब दुनिया में किसी से भी बेहतर या उसके बराबर है.”