मुकेश अम्बानी कई कंपनियों में खरीदेंगे शेयर, केबल और ब्रॉडबैंड सेक्टर में भी जमायेंगे धाक
हैथवे और डेन नेटवर्क के 7.2-7.2 मिलियन सब्सक्राईबर्स हैं। इसके साथ ही हैथवे के 350 शहरों में ऑपरेटर हैं, वहीं डेन नेटवर्क के 200 शहरों में ऑपरेटर हैं।
नई दिल्ली: भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी अब केबल और ब्रॉडबैंड सेक्टर में भी अपनी धाक जमाने को प्रयासरत हैं। इसके लिए मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत के केबल टीवी और ब्रॉडबैंड सेक्टर की 2 बड़ी कंपनियों Hathway और DEN Network में शेयर खरीदने की योजना बना रही है। माना जा रहा है कि रिलायंस जियो के जरिए अपने यूजर्स को हाई स्पीड ब्रॉडबैंड और केबल टीवी की सुविधा देने के लिए यह सौदा कर रही है। इकॉनोमिक टाइम्स की एक खबर के अनुसार, इस संभावित सौदे से जुड़े एक सूत्र ने बताया है कि रिलायंस हैथवे और डेन नेटवर्क में 25-25 प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीद सकती है। जिससे रिलायंस के पास इस कंपनियों में होने वाले बदलाव को नियंत्रित करने की ताकत आ जाएगी, साथ ही बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में भी एक सीट हासिल हो जाएगी। ऐसी खबरें हैं कि आने वाले कुछ दिनों में ही इस सौदे का ऐलान हो सकता है। कंपनियों द्वारा इस संभावित सौदे की जानकारी स्टॉक एक्सचेंज को दे दी है और आगामी 17 अक्टूबर को इस प्रस्ताव और फंड जुटाने के लिए अहम बैठक हो सकती है। बता दें कि हैथवे केबल का स्वामित्व रहेजा ग्रुप के पास है। वहीं डेन नेटवर्क का मालिकाना हक समीर मनचंदा के पास है। इस संभावित सौदे की खबर सामने आने के बाद से हैथवे और डेन नेटवर्क के शेयर में उछाल देखा गया है। हैथवे का शेयर जहां 6.04 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 28.95 की कीमत पर बंद हुआ। वहीं डेन नेटवर्क के शेयर 10.84 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 75.65 पर बंद हुआ। उल्लेखनीय है कि बीते साल सितंबर में भी रिलायंस और डेन नेटर्वक के बीच इस सौदे को लेकर बातचीत हुई थी। हालांकि यह अंतिम रुप नहीं ले सका था। अब एक बार फिर रिलायंस ने इस अधिग्रहण को लेकर बातचीत शुरु कर दी है। इंडस्ट्री विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह सौदा होता है तो इस सौदे से रिलायंस के जियो को काफी तगड़ा उछाल मिलेगा। बता दें कि हैथवे और डेन नेटवर्क के 7.2-7.2 मिलियन सब्सक्राईबर्स हैं। इसके साथ ही हैथवे के 350 शहरों में ऑपरेटर हैं, वहीं डेन नेटवर्क के 200 शहरों में ऑपरेटर हैं। हैथवे का भारत में कुल केबल ब्रॉडबैंड मार्केट का 52 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा है। ऐसे में इस सौदे से जियो को मिलने वाले फायदे का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।