मुरादाबाद में दूसरे सबसे अधिक समय तक रहने वाले जिलाधिकारी बने राकेश कुमार
मुरादाबाद : प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद 28 अप्रैल 2017 में 2010 बैच के आईएएस अफसर राकेश कुमार सिंह जिलाधिकारी का कार्यभार संभाला था। वह मुरादाबाद के 59वें डीएम थे। पीसीएस से प्रमोट होने के बाद डीएम के रूप में उन्हें पहली तैनाती मुरादाबाद जिले में मिली थी। अतिसंवेदनशील जनपद और विपक्ष का गढ़ माने जाने वाले मुरादाबाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे भरोसेमंद अफसर को मुरादाबाद की कमान सौंपी थी, इसमें वह सफल भी रहे। शायद इसी भरोसे का परिणाम है कि साल 1955 के बाद आइएएस राकेश कुमार सिंह दूसरे ऐसे डीएम बने, जो चार साल दो महीने सात दिनों तक अपनी कुर्सी पर निर्विवाद बैठे रहे। उनसे पहले साल आजादी के बाद साल 22 नवंबर 1950 आइएएस एमजी कॉल को मुरादाबाद का डीएम बनाया गया था।
उन्होंने मुरादाबाद जनपद के पांचवें डीएम के रूम में सबसे ज्यादा चार साल तीन महीने 21 दिन तक कार्यभार संभाला था। हालांकि, मौजूदा डीएम उनके कार्यकाल से महज एक माह कुछ दिन ही पीछे रहे गए। लेकिन, मुरादाबाद में 71 साल बाद जनपद में डीएम की कुर्सी पर इतने लंबे समय तक कायम रहने वाले राकेश कुमार सिंह दूसरे आएएस अफसर हैं। आजादी के बाद मुरादाबाद जनपद में पहले डीएम के रूप में आईएएस अफसर हरपाल सिंह को कार्यभार सौंपा गया था। करीब ढाई साल तक मुरादाबाद के प्रथम डीएम के रूप में कार्य किया था। जिले में अब तक 59 डीएम की तैनाती हो चुकी है, जबकि 60 वें डीएम के रूप में लखीमपुर खीरी के डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह कार्यभार संभालेंगे।
मुरादाबाद में जिस समय आईएएस राकेश कुमार सिंह ने जिलाधिकारी का कार्यभार संभाला था, वह समय काफी चुनौतीपूर्ण था। ऐसे में बतौर डीएम पहली बार मुरादाबाद का कार्यभार ग्रहण के साथ ही चुनौतियों से निपटने और विकास कार्यों को सुचारू रूप से चलाने की बड़ी जिम्मेदारी उनके कंधों पर थी। लेकिन, उन्होंने किसी का भरोसा टूटने नहीं दिया। कार्यालय में सबसे ज्यादा समय तक जनता की शिकायतों को सीधे सुनकर निस्तारण किया।