मुलायम फिर तीसरे मोर्चे के फेर में
नई दिल्ली ( दस्तक ब्यूरो )। आम चुनाव करीब आते ही समाजवादी पार्टी सपा के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने एक बार फिर तीसरे मोर्चे का राग अलापना शुरू कर दिया है। इसके पीछे मुलायम की प्रधानमंत्री पद की ललक बताई जा रही है।मुलायम ने एक बार फिर से तीसरा मोर्चा बनाने का दावा किया है। मुलायम के इन दावों को जनता दल यूनाइटेड का समर्थन भी मिला है। हालांकि कांग्रेस और भाजपा ने इसे चुनावी शिगूफा करार दिया है।
दरअसल मुलायम सिंह ने दावा किया है कि उनकी बातचीत लेफ्ट पार्टियों से हो रही है और अगले चुनाव के बाद तीसरे मोर्चे की ही सरकार बनेगी।
मुलायम ने कहा, अभी समाजवादी पार्टी अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए काम कर रही है। तीसरा मोर्चा हमेशा से ही चुनाव के बाद बना है। यह चुनाव से पहले कभी नहीं बनेगा क्योंकि टिकटों के बंटवारे को लेकर मतभेद हो जाता है। इस दिशा में सपा पूरी कोशिश करेगी। हमारी बातचीत लेफ्ट पार्टी के नेता प्रकाश करात और एबी वर्धन से चल रही है। हम तो इसके पक्ष में हैं।
वहीं मुलायम के इन दावों की पर कांग्रेस नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा कि पिछले २५ साल से तीसरे मोर्चे की बात हो रही है। यह दरअसल एक ऐसी काल्पनिक बात है। चतुर्वेदी ने कहा, पिछले 25 साल से तीसरा मोर्चा वजूद में नहीं आ सका। आज भी इसका कोई वजूद नहीं। चुनाव परिणाम के बाद ही तय होगा कि सरकार किसकी बनेगी। मैं सिर्फ एक बात कह सकता हूं कि अगली सरकार न तो भाजप के नेतृत्व में बनेगी और न ही भाजपा के समर्थन से। देश में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में सरकार बनेगी, यूपीए की सरकार होगी। जो दल आज तीसरे मोर्चे की बात कर रहे हैं उनके साथ हमारे पुराने रिश्ते रहे हैं। वे सभी साथ आएंगे उधर भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जब भी चुनाव आते हैं तीसरे, चौथे और पांचवें मोर्चे की बात शुरू हो जाती है। यह चुनावी चॉकलेट की तरह है। जिसका चुनाव से पहले और उसके बाद कोई नतीजा नहीं निकलता।