नयी दिल्ली। संसद का बजट सत्र शुरू हुए तीन दिन हो गए हैं लेकिन किसी भी तरह का काम नहीं हुआ है। राज्यसभा में बुधवार को भी विपक्षी सांसदों ने मूर्ति तोड़ने और आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने को लेकर वेल में प्रदर्शन किया। सभापति वेंकैया नायडू ने सभी को अपनी जगह बैठने को कहा। बात न मानने पर नायडू ने राज्यसभा की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी। गौरतलब है कि त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी के बहुमत में आने के बाद व्लादिमीर लेनिन की दो मूर्तियां तोड़ दी गईं। इसके अलावा तमिलनाडु में समाजसुधारक रामासामी पेरियार की मूर्ति का चश्मा और नाक तोड़ दी गई। लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन के बाहर कहा कि पूरा विपक्ष बैंक घोटाले पर चर्चा चाहता है लेकिन सरकार इससे भाग रही है। इस पर संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने आरोप लगाया कि यूपीए सरकार में हुए बैंक घोटाले उजागर होने के डर से कांग्रेस नियमों का बहाना बनाकर बैंकिग क्षेत्र में अनियमितताओं पर चर्चा नहीं होने देना चाहती। चर्चा होने पर उसके समय के घोटालों का पिटारा खुलने लगेगा। पीएनबी घोटाला, बैंकों के एनपीए और कार्ति चिदंबरम के मामले 2014 से पहले के हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार बजट से जुड़े विधेयकों पर चर्चा रोककर बैंकिंग अनियमितताओं पर चर्चा कराना चाहती है और वित्त मंत्री अरुण जेटली दोनों सदनों में जवाब देने को भी तैयार हैं, लेकिन कांग्रेस चर्चा नहीं चाहती। अनंत कुमार ने कहा कि कांग्रेस ने बैंकिंग घोटाले और अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव पर नियम 193 के तहत चर्चा का नोटिस दिया था। कांग्रेस के अलावा कई और सदस्यों के नोटिस के चलते अध्यक्ष ने इसे समग्र शब्दावली में तैयार किया। मंगलवार की कार्यसूची में पिछले कई वर्षों में बैंकिंग क्षेत्र में हुई कथित अनियमितताओं और भारतीय अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव पर नियम 193 के तहत चर्चा शामिल थी।