मेडिकल छात्रों की हैवानियत, बंदरिया के गुप्तांग में डाला रॉड
वेल्लौर। जो मेडिकल छात्र आने वाले समय में धरती के भगवान कहे जाने वाले थे, उन्होंने ही एक ऐसी हरकत की जिससे इंसानियत शर्मसार हो गई। चेन्नई में मेडिकल के कुछ छात्रों ने हॉस्टल में घुस आए एक बंदरिया को इतना टॉर्चर किया कि उसकी मौत हो गई। कुछ माह पहले चेन्नई के ही एक मेडिकल कॉलेज के छात्र ने छत से कुत्ते को फेंक कर मारने की अमानवीय कोशिश की थी।
तमिलनाडु के वेल्लौर में एक बड़े मेडिकल कॉलेज के चार छात्रों पर आरोप लगा है कि उन्होंने एक बंदरिया को टॉर्चर कर मार डाला और उसकी लाश को हॉस्टल परिसर में ही दफना दिया। पुलिस ने चारों आरोपी छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है और कॉलेज ने उसको सस्पेंड करने का फैसला लिया है। मामले का खुलासा तब हुआ जब पशु अधिकार के लिए काम करने वाले मीत अजहर को इस बारे में जानकारी मिली।
प्रत्यक्षदर्शियों से मिली जानकारी के आधार पर चेन्नई के एनिमल वेलफेयर एक्टिविस्ट श्रवण कृष्णन ने बताया कि कहीं से भटकते हुए एक बंदरिया 19 नवंबर को छात्रों के कमरे में आ गई थी। उन्होंने उसे कंबल डालकर पकड़ लिया और फिर उसके हाथ-पैर बांध दिए। इसके बाद सबके सामने उसे बेल्ट व रॉड से पीटा। इस पिटाई से बंदरिया के हाथ व जबड़े की हड्डियां पूरी तरह टूट गई। इतना ही नहीं उन्होंने उसके प्राइवेट पार्ट्स में रॉड तक डाल दिए। बंदरिया को उन्होंने इतना टॉर्चर किया कि उसने वहीं दम तोड़ दिया।
इस बेहरमी के लिए छात्रों के खिलाफ आईपीसी की धारा 429 और वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 के अनुसार मामला दर्ज किया है। पुलिस इस मामले में पांच छात्रों को पूछताछ के लिए स्टेशन भी ले गई। कॉलेज ने भी चारों संदिग्ध छात्रों को कॉलेज से निष्कासित कर दिया है।
आपको बता दें कि श्रवण कृष्णन वहीं हैं, जिन्होंने कुछ दिनों पहले एक कुत्ते को छत से फेंके जाने के मामले को मीडिया के सामने लाए थे और उस कुत्ते का इलाज करवाया था। ये और इनकी टीम जानवरों की रक्षा के लिए काम करती है।
इससे पहले चेन्नई के एक मेडिकल कॉलेज के छात्र ने छत पर से कुत्ते को फेंक दिया था जिसका वीडियो वायरल हो गया था। संयोग से कुत्ते की जान बच गई थी। कुत्ते के साथ अमानवीय कृत्य करने वाले छात्र गौतम सुदर्शन और आशीष पाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल दोनों जमानत पर कोर्ट से छूटे हैं।