मेयर पति बोला, जो बोलेगा वंदे मातरम उससे सदन के बाहर डंडे से निपटेगे
बोला योगेश, डंडा और झंडा लेकर बाहर बैठेगे
टाउन हाल में होगा शपथ ग्रहण समारोह
मेरठ : मेरठ में बसपा का मेयर बनने के बाद से नगर निगम की राजनीति गरमाने लगी है। बसपा की नवनिर्वाचित मेयर सुनीता वर्मा बयानबाजी में खुद कम और अपने पति और पूर्व विधायक योगेश वर्मा को आगे कर रही है। उनके पति योगेश वर्मा ने भी राजनीतिक लाभ पाने के लिए वंदे मातरम को मुद्दा बना लिया है। शुक्रवार को योगेश वर्मा ने नवनिर्वाचित पार्षदों को अपने घर परिचय के बहाने खाने पर बुलाया जिसमें मात्र 30 पार्षद ही पहुंचे। वहां पर योगेश वर्मा ने नवनिर्वाचित पार्षदों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा शपथ ग्रहण समारोह का सभा स्थल बदलना चाहती है। उनका कहना था कि भाजपा नहीं चाहती कि शपथ ग्रहण समारोह शहरवासियों के बीच हो। योगेश वर्मा ने कहा कि सदन के भीतर वंदेमातरम का विरोध होगा। जो वंदेमातरम बोलेगा उससे सदन के बाहर डंडे से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि वे और उनके समर्थक सदन के बाहर डंडा और झंडा लेकर बैठेगे। उन्होंने कहा कि सदन के भीतर महिला पार्षद पतियों की कोई एंट्री नहीं होने दी जाएगी। यदि जबरन कोई घुसने का विरोध करेगा तो उसे सबक सिखाया जाएगा।
बसपा का अनुशासन भूले योगेश वर्मा :- मेयर सीट जीत के दम्भ में पूर्व बसपा विधायक योगेश वर्मा खुद बसपा का अनुशासन भूल गए हैं। जबकि अभी कुछ दिन पहले ही कानून हाथ में लेने पर बहन मायावती ने सांसद मुनकाद अली के दोनों पुत्रों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। उन्होंने जिला अध्यक्षों को भी चेताया हुआ है कि कोई भी कार्यकर्ता और पदाधिकारी कानून हाथ में लेने की बात न करे। जबकि मेयर पि तवंदे मातरम कहने वालों को डंडे से सबक सिखाने की बात कहते फिर रहे हैं। ऐसे में देखना है कि अगर वो कानून हाथ में लेते हैं तो मायावती उनके खिलाफ क्या कार्रवाई करती है।
बोले दक्षिण विधायक :- मेरठ दक्षिण से विधायक सोमेद्र तोमर ने कहा कि वंदे मातरम निगम सदन की परंपरा है जिसका पालन होगा। भाजपा पार्षद उसका पालन करेंगे। रही बात योगेश वर्मा के डंडा लेकर निपटने की उसमें भाजपा कार्यकर्ता भी सक्षम हैं। योगेश को इस बारे में बोलने का कोई हक नहीं। भाजपा योगेश की बात पर गौर नहीं कर रही। जो कुछ कहना है मेयर कहें न कि मेयर पति योगेश।
शपथग्रहण स्थल पर विवाद :- वंदे मातरम का विवाद अभी थमा नहीं कि शपथ ग्रहण स्थल का विवाद भी गहरा गया है। भाजपा और उसके पार्षद चाहते हैं कि शपथ ग्रहण जीमखाना मैदान या चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के प्रेक्षाग्रह में हो। जबकि मेयर समर्थक और और मेयर पति योगेश वर्मा चाहते हैं कि शपथ स्थल नौचंदी मैदान हो। लेकिन कमिश्नर डा0 प्रभात कुमार ने टाउन हाल में शपथ ग्रहण की अनुमति दे दी है।