Lok Sabha Election-2019 में प्रचंड जीत के बाद नरेंद्र मोदी की अगुवाई में दूसरी सरकार के मंत्रिमंडल ने आकार ले लिया है। नेशनल इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने गुरुवार को शपथ लेने वाले 58 में से 56 मंत्रियों के हलफनामों का विश्लेषण किया तो पाया कि 16 यानी 29 फीसद मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। नई सरकार की कैबिनेट के 51 यानी 91% मंत्री करोड़पति हैं। वहीं 50 पुरुष मंत्री हैं और 6 महिला मंत्री हैं।
इस बार आपराधिक मामले वाले मंत्रियों की संख्या ज्यादा
यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पिछली सरकार से मौजूदा सरकार की तुलना करें तो पाते हैं कि इस बार आपराधिक मामले वाले मंत्रियों की संख्या पिछली सरकार से ज्यादा है। पिछली सरकार में 31 फीसद मंत्रियों पर गंभीर आरोपों के मामले दर्ज थे जबकि इस बार यह आंकड़ा 39 फीसदी पर जा पहुंचा है। पिछली सरकार में 17 फीसद आपराधिक मामले वाले मंत्री थे जबकि इस बार आंकड़ा 29 फीसदी पर जा पहुंचा है।
करोड़पति मंत्रियों की संख्या में आई कमी
पिछली मोदी सरकार में करोड़पति मंत्रियों की संख्या इस बार की तुलना में ज्यादा थी। पिछली सरकार में 92 फीसद मंत्री करोड़पति थे जबकि इस बार 91 फीसद मंत्री ही करोड़पति हैं। ज्यादा संपत्ति वाले मंत्रियों में सबसे ऊपर हरसिमरत कौर बादल का नाम है, जिनके पास 217 करोड़ की संपत्ति है। दूसरे स्थान पर पीयूष गोयल हैं जिनके नाम पर 95 करोड़ की संपत्ति है। राव इंद्रजीत सिंह के नाम पर 42 करोड़ और अमित शाह के नाम पर 40 करोड़ की संपत्ति है।
कम संपत्ति वाले मंत्रियों में प्रताप सारंगी चर्चित चेहरा
नई मोदी सरकार में कम संपत्ति वाले मंत्रियों में प्रताप सारंगी चर्चित चेहरा हैं। उनके पास सबसे कम महज 13 लाख रुपये की संपत्ति है। दूसरे स्थान पर कैलाश चौधरी हैं जिनके पास 24 लाख रुपये की संपत्ति है। वी. मुरलीधरन के पास 27 और रामेश्वर तेली 43 लाख रुपये की संपत्ति है। बता दें कि इस लोकसभा चुनाव में प्रताप सारंगी ने साइकिल से चुनाव प्रचार किया था। 65 वर्षीय सांरगी अविवाहित हैं और पूरी तनमता के साथ समाजसेवा में जुटे रहते हैं। लोग इन्हें ओडिशा का मोदी कहते हैं।
14 फीसद मंत्री 10वीं और 12वीं पास
नई सरकार के मंत्रिमंडल में आठ मंत्री 10वीं और 12वीं पास हैं, जबकि 84 फीसद यानी 47 मंत्री स्नातक या उससे ऊपर हैं। नई सरकार में केवल एक मंत्री डिप्लोमा धारी है। बता दें कि साल 2014 में सात महिला मंत्री थीं लेकिन इस बार यह संख्या छह हो गई है। इस कैबिनेट में मंत्रियों की औसत उम्र 65.5 वर्ष है। नई सरकार में सबसे युवा मंत्री 43 वर्षीय स्मृति ईरानी हैं, जिन्हें महिला एवं बाल विकास व कपड़ा मंत्रालय का प्रभार मिला है।