मोबाइल पर आए एक मैसेज ने बदल दिया था अजिंक्य रहाणे का करियर
एजेंसी/बीसीसीआई ने बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को वेस्टइंडीज दौरे पर टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया का उपकप्तान बनाया है. राहुल द्रविड़ के संन्यास लेने के बाद टीम इंडिया की नयी ‘दीवार’ बनते जा रहे रहाणे ने पिछले कुछ सालों में टेस्ट क्रिकेट में बेहतरीन पारियां खेली हैं. मुंबई के एक मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले रहाणे के बारे में बेहद कम लोग जानते हैं कि कैसे एक एसएमएस ने उनका करियर बदल दिया था.
रहाणे को यह एसएमएस तीन साल पहले आया था. 29 दिसंबर 2013 की वो रात रहाणे जिंदगी भर नहीं भूल सकते. रहाणे उस दिन अफ्रीका के खिलाफ डरबन टेस्ट में अपने पहले टेस्ट शतक से महज चार रन से चूक गए थे. शतक के इतने करीब आकर यह मौका गंवाने की वजह से रहाणे उस रात बहुत बैचेन थे.
उसी बैचेनी के बीच रहाणे के मोबाइल पर यह मैसेज डरबन से सैकड़ों किलोमीटर दूर मुंबई से आया था. मैसेज में लिखा था, ‘अब तुम्हे पता चलेगा कि टेस्ट क्रिकेट क्या होता है. शतक की अहमियत क्या होती है.’
बताते हैं कि इस मैसेज को पढ़कर रहाणे बेहद भावुक हो गए. उन्होंने जवाब देने में देर नहीं की. रहाणे ने लिखा, ‘सर, शतक के लिए मैं आपको लंबा इंतजार नहीं करवाऊंगा.’
रहाणे को उस रात यह एसएमएस किसने भेजा था उसके पहले यह जान लेते है कि कैसे उस रात के बाद रहाणे की जिंदगी बदल गई. डरबन टेस्ट में तो रहाणे शतक से चूक गए, लेकिन फिर दुनिया के हर बड़े मैदान पर उनका बल्ला गरजा. क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स तो दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम मेलबर्न के मैदान पर भी उनके नाम पर शतक दर्ज हैं. खास बात है कि उन्होंने जब भी टेस्ट मैच में शतक जमाया उस मुकाबले में भारतीय टीम को कभी हार का सामना नहीं करना पड़ा.
रहाणे को उस रात यह एसएमएस क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने भेजा था. सचिन को रहाणे अपना गुरु मानते है. उनकी बल्लेबाजी में कई बार सचिन की शैली झलकती है.
22 टेस्ट में रहाणे ने 44.97 की औसत से 1619 रन बनाए हैं. उन्होंने 6 शतक लगाए हैं. इसके अलावा 66 वनडे मुकाबलों में दो शतकों की मदद से 2091 रन बनाए हैं.