अजब-गजब

यहाँ सजता है खूबसूरत दुल्हनों का बाजार, कुंवारे लड़कों के लिए जन्नत से कम नहीं है यह…

आमतौर पर अगर देखा जाये तो हम बाजार अपनी आवश्यकता की चीजें खरीदने के लिए जाते हैं। लेकिन, क्या आप यह सोच सकते हैं कि किसी बाजार में दुल्हन भी बिकती हों। जी हां, बुल्गारिया में स्टारा जागोर नामक जगह में हर तीन साल में एक बार दुल्हनों का बाजार सजता है। यहां आकर दूल्हा अपनी मनपसंद दुल्हन को खरीदकर उसे अपनी पत्नी बना सकता है। यह मेला उन गरीब लोगों द्वारा लगाया जाता है, जिनकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वे बेटी की शादी का खर्च उठा सकें।

दुनिया में कई तरह के देश हैं और उनके रीति रिवाज भी सभी देशों से अलग-अलग होते हैं। ऐसे में अगर हम एक देश की परंपरा के बारे में बताएंगे तो आप चौंकिएगा नहीं। दरअसल, दक्षिण पूर्व यूरोप में बुल्गारिया में एक बाजार लगता है जो कुवांरे लड़को के लिए दुनिया में सबसे बेहतर जगह है।

इस दुनिया का हर देश किसी ना किसी खास चीज के लिए फेमस है। यह देश इसी कारण से फेमस है। इस देश में लगने वाले बाजार में दुल्हन को बेचा जाता है आप को सुनने में यह थोरा अटपटा जरूर लगेगा लेकिन यहां पर हर कोई अपने पसंद की दुल्हन से शादी कर उसे अपनी पत्नी बना सकता है। बुल्गारिया पर्यटन स्थल के लिए भी बहुत अधिक प्रसिद्ध है। लेकिन इस बाजार के लिए भी यह दुनिया में प्रसिद्ध है। बुल्गारिया में यह बाज़ार स्टारा जागोर नाम की जगह पर सजता है। यह बाजार हर तीन साल बाद लगाया जाता हैं यहां पर आकर दूल्हा अपनी पंसद की दुल्हन को खरीदकर उसे अपनी पत्नी बना सकता है। बिकने वाली दुल्हनों में लगभग हर उम्र की लड़कियां-महिलाएं शामिल होती हैं।

 

 

देखा जाये तो इस बाजार में वही परिवार होते हैं, जो अपनी लड़कियों की शादी करने के लिए आर्थिक रूप से बहुत कमजोर होते हैं और वो शादी का खर्चा उठाने में असमर्थ होते है। वहीं आमतौर पर लड़के वाले दहेज लेते हैं, लेकिन यहां रिवाज उल्टा है। यहां लड़के वालों को लड़की के परिवार को पैसे भी देने पड़ते हैं। यह मेला ऐसे गरीब परिवारों द्वारा लगाया जाता है, जिनकी आर्थिक हालात ठीक नहीं होते और वे अपने बेटी की शादी का खर्च नहीं उठा सकें। बता दे कि, यह मेला बुल्गारिया के कलाइदझी समुदाय द्वारा लगाया जाता है।इस बाजार में आने वाला दूल्हा पहले अपनी मनपंसद लड़की चुन सकता है और फिर लड़की से बात करने का मौका भी दिया जाता है।

दूल्हन पसंद आने पर दूल्हा उसे अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार करता है फिर लड़की के परिवार के साथ मोल-भाव करने के बाद लड़के का परिवार लड़की वालों को तय रकम देता हैं। इस बाजार की खूबी है कि केवल इस समुदाय के अलावा कोई बाहरी व्यक्ति दुल्हन नहीं खरीद सकता है।

इस बाजार में कोई भी दुल्हन अकेले नहीं आतीं है उनके साथ उनके परिवार का कोई न कोई सदस्य जरूर होता है। इस नियम का पालन सख्ती से होता है। दूल्हन खरीदनें का यह चलन कई सालों से चला आ रहा है और इस पर अभी तक कोई कानूनी रोक भी नहीं लगाया गया है।

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