यहां जुड़वाँ बच्चों को ही मिलता है एडमिशन!
एजेंसी/ भारत में शिक्षा सभी बच्चों का मौलिक अधिकार है. देश में कोई भी बच्चा शिक्षा के अधिकार से वंचित न रहे इसके लिए सरकार ने राइट टू एजुकेशन (आरटीई) भी लागू कर रखा है. इसी के परिणामस्वरूप आज स्कूलों जाने वाले बच्चों संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. हर मां-बाप अपने बच्चों को अच्छे से अच्छे स्कूल भेजना चाहते हैं. स्कूल भी बच्चों को लुभाने के लिए टीचिंग स्ट्रक्चर में बदलाव के साथ-साथ नए-नए एक्सपेरिमेंट भी करते रहते हैं. वहीं छत्तीसगढ़ से सटे आंध्र प्रदेश में एक स्कूल ऐसा भी है जो आज अपनी अनोखी पहचान के लिए चर्चा में है.
इस स्कूल की खासियत यह है कि यहां भारी संख्या में जुड़वां बच्चे पढ़ते हैं. इस स्कूल में जुड़वों बच्चों की इतनी बड़ी तादाद ने सभी को हैरत में डाल रखा है.
डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, आंध्र प्रदेश के चित्तूर में स्थित इस स्कूल का नाम कैम्फोर्ड इंग्लिश मीडियम हाई स्कूल है. इस स्कूल में सौ-दो सौ नहीं बल्कि करीब एक हजार से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं और इनमें से 56 जुड़वां हैं. यहां पढ़ने वाले बच्चों की उम्र भी 4 से 16 के बीच है.
इतने सारे स्टूडेंट्स के जुड़वां होने के चलते कभी-कभी यहां के शिक्षक भी बच्चों को पहचान नहीं पाते हैं. टीचर बच्चों की पहचान में ही गलतफहमी का शिकार हो जाते हैं.
इस स्कूल से जुड़े एक शख्स ने बताया कि मैनेजमेंट द्वारा इस बारे में कोई विचार नहीं किया गया था कि यहां केवल जुड़वां बच्चे ही पढ़ेंगे, लेकिन एक के बाद एक कई जुड़वां बच्चों का एडमिशन होने के बाद धीरे-धीरे इस स्कूल की पहचान जुड़वां बच्चों वाले स्कूल के रूप में बन गई.वर्तमान में यहां करीब एक हजार से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं और इनकी संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. दूरदराज के इलाकों में रहने वाले जुड़वां बच्चों के माता-पिता भी इस स्कूल में अपने बच्चों को ही दाखिला दिलाना चाहते हैं.