यहां बुरी शक्तियों से बचने के लिए किया जाता है ये खतरनाक आयोजन
दुनियां के तमाम देशों में अलग अलग तरह की परंपराएं निभाई जाती है। जहां पर लोग इन परंपराओं के जरीय अपने इष्ट देवता को प्रसंन्न करते हैं। इनमे से कई सारी परंपराएं बहुत ही रोचक होती है। जिसके बारे मे जानकर इंसान दंग रह जाता है। हालांकि कई सारे ऐसे भी रिवाज है। जो मानवता को कलंकित करते है। लेकिन आज आपको ऐसी ही एक अनोखी परंपरा के बारे में बता रहे है। जो अपने आप मे अलग तरह की है।
दरअसल जिस रिवाज की हम बात कर रहे हैं। वह हिमाचल प्रदेश के एक गांव में निभाई जाती है। लोगों का कहना है कि इस परंपरा को निभाने के पीछे बुरी शक्तियों से बचना है। जानकारी के अनुसार यह परंपरा किन्नौरी जिले के पूह खंड के रोपा गांव मे हर साल पूरी की जाती है। बता दें कि यहां पर इस परंपरा के नाम पर एक खेल का आयोजन किया जाता है।
जिसमे लोग तिरंदाजी करते हैं। इस परंपार के पीछे देवी दुर्गा मां की आराधना करना होता है। इस गावं के लोगों का कहना है कि दुर्गा माता के स्वर्ग भ्रमण के साथ ही गांव में तीरंदाजी खेल पर्व शुरू होता है। जो माता के वापसी आने तक चलता रहता है। कहा जाता है कि कि मां दुर्गा के स्वर्ग भ्रमण पर जाने पर बुरी शक्तियां गांव पर हमले की फिराक मे रहती है।
उनसे बचने के लिए इसका आयोजन किया जाता है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि इस खेल मे हर परिवार का एक सदस्य भाग लेता है। अगर वह नहीं पहुंचता है तो उसे जुर्माना देना पड़ता है। कहा जाता है कि इस प्रतियोगिता मे दो दल होते हैं। जिनके बाची यह प्रतियोगिता चलती है। लक्ष्य साधने के लिए सामने एक तख्त लगा देते है। जिस पर हर परिवार का व्यक्ति निशाना लगाता है। बताया जाता है कि इस तख्त को बुरी शक्ति मानकर निशाना लगाते हैं.