कासना कोतवाली के इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार ने बताया कि मूलरूप से फिरोजाबाद निवासी महिला का विवाह वर्ष 2007 में हुआ था। इसके छह माह बाद महिला पति को छोड़कर चली गई। वर्ष 2009 में महिला ने धर्मपरिवर्तन कर निकाह कर लिया। वर्ष 2014 में महिला का दूसरा पति धोखाधड़ी के केस में जेल भेज दिया गया। उसी दौरान परी चौक पर महिला की मुलाकात एक युवक से हुई।
बाद में महिला ने उस युवक से तीसरी शादी कर ली। दोनों परी चौक के पास एक सोसायटी में रहने लगे। तीसरे पति से महिला गर्भवती हो गई और उसने अपनी अविवाहित छोटी बहन को देखभाल के लिए घर बुला लिया। 7 अक्टूबर 2016 को महिला ने बेटे को जन्म दिया। इसके बाद महिला का तीसरा पति भी 74 लाख रुपये की ठगी के आरोप में जेल चला गया।
इस बीच महिला का दूसरा पति जेल से जमानत पर बाहर आ गया और महिला के घर आनेजाने लगा। अविवाहित बहन व भाई का आरोप है कि महिला व उसका दूसरा पति घर पर अश्लीलता करते और शराब पीते हैं। उन्होंने इसकी रिकॉर्डिंग पुलिस को सौंप दी है। आरोप है कि दोनों युवती को बेचकर देह व्यापार में धकेलने की कोशिश कर रहे थे और नौ माह के बच्चे से अमानवीय व्यवहार करते थे। अविवाहित युवती को उन्होंने घर पर बंधक बनाकर रखा था और परिजनों से बात नहीं करने देते थे लेकिन वह बच्चे की देखभाल कर रही थी।
स्कोडा समेत दो कार व लाखों का सामान बेचने का भी आरोप
आरोपी महिला व उसके दूसरे पति ने तीसरे पति की एक स्कोडा समेत दो कार व घर का कीमती सामान भी बेच दिया। हाल ही में महिला के तीसरे पति को जमानत मिल गई और वह घर लौट आया। युवती ने उसे व अपने परिजनों को पूरे मामले की जानकारी दी। अब, इस मामले की शिकायत पर पुलिस ने महिला के आरोपी दूसरे पति को हिरासत में ले लिया है। वहीं, आरोपी महिला का कहना है कि उसका तीसरा पति पहले से शादीशुदा है, पहली पत्नी से उसके कोई बच्चा नहीं है। इसके चलते उसने, उसकी बहन व भाई के साथ मिलकर उसके नौ माह के बेटे को छीन लिया है।
मामला काफी पेचीदा है व पुराना है। फिलहाल युवती को बेचने की कोशिश जैसे संगीन आरोप की शिकायत मिलने पर महिला के दूसरे पति को हिरासत में लेकर जांच शुरू की गई है। – जितेंद्र कुमार, कासना कोतवाली प्रभारी।