यूपी का सियासी ड्रामा, दो सपा नेता चढ़े टॉवर पर,
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सियासी ड्रामा लगातार जारी है। एक तरफ जहां शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव के करीब के कई नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया तो एक के बाद एक 113 युवा नेताओं ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
युवा नेता बोले कमरे में मार लीजिए पर माफ कर दीजिए
वहीं जब इस बाबत रीतेंद्र सिंह से पूछा गया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया तो उन्होंने कहा कि तमाम प्रदेश विंग के अध्यक्षों व एमएलसी को पार्टी से बाहर निकाल दिया गया है, जोकि गलत है। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह हमारे पिता तुल्य हैं अगर हमसे कुछ गलती हुई है तो नेताजी हमें डांट सकते हैं, कमरे में बुलाकर मार भी सकते हैं, पुचकार सकते हैं। लेकिन हमे पार्टी से बाहर नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने तमाम नेताओं की फिर से पार्टी में वापसी की मांग की।
वहीं मोनू दुबे का कहना है कि हम नेताजी से एक ही मांग करते हैं कि हम पार्टी के संघर्ष के समय से पार्टी के साथ थे। ऐसे में अगर हमसे कोई गलती हुई है तो हमें मांफ करें और फिर से पार्टी में वापस लें। उन्होने कहा कि हमें भरोसा है कि हम बच्चों की बातों को नेताजी मानेंगे।
अखिलेश के करीबियों पर हुई थी कार्रवाई
आपको बता दें कि आज शिवपाल सिंह ने उन छह यूथ ब्रिगेड के अध्यक्षों को पार्टी से छह साल के लिए बर्खास्त कर दिया था जिन्होंने पारिवारिक कलह के दौरान शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ नारे लगाए थे। जिसके यही नहीं उन्होंने अखिलेश यादव के तमाम करीबी यूथ लीडर व तीन एमएलसी को भी पार्टी से बाहर कर दिया था।
अखिलेश यादव की अपील धैर्य रखें
शिवपाल सिंह की इस कार्रवाई के बाद एक के बाद एक 113 युवा नेताओं ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। जिसकी वजह से खुद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी का हर फैसला सभी को मान्य है। कोई कार्यकर्ता या पदाधिकारी इस्तीफा नहीं दे। उन्होंने सभी से धैर्य रखने की अपील की है।