यूपी की इस अनपढ़ महिला को सम्मानित करेंगे राष्ट्रपति, पढ़िए क्यों?
महिला हक की लड़ाई लड़ रहीं महिलाओं को लेकर मंत्रालय ने फेसबुक पर वोटिंग करवाई गई तो उनका नाम देश की सर्वश्रेष्ठ 100 महिलाओं में आ गया। इस उपलब्धि पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 22 जनवरी को भानमती के साथ भोजन करेंगे और उन्हें सम्मानित करेंगे।
वर्ष 2005 में 150 वर्षों से नागरिक हकों से वंचित वनग्राम वासियों के हक के लिए वनग्राम आजादी आंदोलन शुरू हुआ तो वे इसके साथ जुड़ गईं। अनपढ़ थीं, पर सीखने व बोलने की क्षमता ने जल्द ही भानमती को एक महिला अगुवाकार की भूमिका में खड़ा कर दिया।
इसी संघर्ष के दौरान भानमती को डवलपमेंट एसोसिएशन फॉर ह्यूमन एडवासंमेंट (देहात) संस्था का सान्निध्य मिला तो उन्होंने सूचना के अधिकार, नरेगा, मानवाधिकार, महिला अधिकार, बाल अधिकार मुद्दों पर प्रशिक्षण हासिल किया। इसके बाद सक्रिय अगुवाकार के रूप में अव्यवस्थाओं के खिलाफ उठ खड़ी हुईं।
भानमती ने गांव में शराब की नौ भट्ठियां भी तुड़वाईं। शराब के चलते घर बर्बाद हो रहे थे, महिलाओं को यातना सहनी पड़ रही थी। अब तो यह सिलसिला बदस्तूर जारी है।
10 ग्राम पंचायतों की महिलाओं को लेकर कर रहीं संघर्ष
भानमती वनग्राम अधिकार मंच की अध्यक्ष भी हैं। 10 ग्राम पंचायतों के करीब तीन हजार महिलाओं को लेकर वह संघर्ष कर रही हैं।