उत्तर प्रदेशराज्य
यूपी में फिर एक बार पकड़ी गई फ्लिपकार्ट की चोरी
दस्तक टाइम्स एजेंसी/ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी फ्लिपकार्ट के नोएडा स्थित ठिकानों पर वाणिज्यकर विभाग की हुई कार्रवाई के बाद लिंक जुड़ने पर कानपुर में जांच पड़ताल की गई।
फ्लिपकार्ट ने कानपुर में जिन दो फर्मों से माल की खरीद दर्शायी थी, उनके से एक अस्तित्व में नहीं मिली और दूसरी फर्म में ऑनलाइन कंपनी को माल बेचने का कोई रिकार्ड नहीं मिला।
अफसरों ने रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी है। एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-2 केशव लाल ने बताया कि फ्लिपकार्ट के नोएडा स्थित दफ्तर में विभागीय जांच पड़ताल हुई थी। जांच में सामने आया कि ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी ने फर्जी खरीद दिखाकर 49 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है।
कंपनी की ओर से प्रदेश के कई शहरों से फर्जी खरीद दिखाई गई। इस खरीद पर वह आईटीसी भी क्लेम कर रही थी। फ्लिपकार्ट ने कानपुर में भी सुचिता इंटरप्राइजेज नाम की दो फर्मों से माल की खरीद दिखाई थी।
नोएडा के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 के निर्देश पर गुरुवार को नयागंज में पड़ताल कराई गई। एक फर्म का पता ही नहीं मिला। दूसरी फर्म गड़रियन मोहाल स्थित बागला बिल्डिंग में मिली। यहां फर्म के दस्तावेज देखने के बाद पता चला कि यहां से फ्लिपकार्ट को माल नहीं बेचा गया।
जांच करने वाली एसआईबी टीम में असिस्टेंट कमिश्नर विजय कुमार, अशोक कुमार, नरेंद्र यादव, केके गौतम राजेंद्र जौहरी, चंद्रशेखर आदि शामिल थे।