यूपी सरकार ने नवरात्र के दूसरे दिन 94 पुलिस निरीक्षकों को प्रोन्नति का दिया तोहफा
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग ने दीपावली के उपलक्ष्य में नवरात्र के दूसरे दिन 94 पुलिस निरीक्षकों को प्रोन्नति का तोहफा दिया है। इलाहाबाद में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में बृहस्पतिवार को हुई विभागीय प्रोन्नति समिति की बैठक में 1 जुलाई-2018 से लेकर 30 जून -2019 तक रिक्त होने वाले पुलिस उपाधीक्षकों के सभी 94 पदों के लिए प्रोन्नति की प्रक्रिया पूरी कर ली गई। इसका लाभ नागरिक पुलिस के निरीक्षकों के साथ पीएसी के कंपनी कमांडर और प्रतिसार निरीक्षकों को मिलेगा। फिलहाल 30 सितंबर तक पुलिस उपाधीक्षक के 34 पद रिक्त हैं। जुलाई में 12 और अगस्त व सितंबर में 6-6 पुलिस उपाधीक्षक रिटायर हुए थे। तीन पुलिस उपाधीक्षकों को कंपलसरी रिटायरमेंट दिया गया और 7 पुलिस उपाधीक्षक प्रोन्नति पाकर अपर पुलिस अधीक्षक बन गए। ऐसे में कुल 34 पद रिक्त हुए जिन्हें अधिसूचना जारी होने के बाद तैनाती दी जाएगी। इस महीने के अंत तक आठ और पुलिस उपाधीक्षक रिटायर हो जाएंगे। इस तरह पहली नवंबर तक पुलिस महकमे को 42 नए पुलिस उपाधीक्षक मिल जाएंगे। बाकी हर महीने जैसे जैसे पद रिक्त होंगे, वरिष्ठता सूची के अनुसार उसी क्रम में इंस्पेक्टर को पुलिस उपाधीक्षक के पद पर प्रोन्नति दी जाएगी। 30 जून-2019 तक की एडवांस प्रोन्नति होने से बार-बार डीपीसी नहीं करनी होगी। इलाहाबाद में हुई विभागीय प्रोन्नति समिति की बैठक में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अनिरुद्घ यादव, गृह विभाग के विशेष सचिव मार्कंडेय शाही और अपर पुलिस महानिदेशक हरिराम शर्मा मौजूद रहे। गौरतलब है कि इससे पहले पदोन्नति की आस संजोये25091 सिपाहियों को कल आखिरकार हेड कांस्टेबल के पद पर पदोन्नति दी गई। डीजीपी ओपी सिंह ने सिपाहियों की पदोन्नति पर मुहर लगा दी। जिस सिपाहियों को प्रमोशन मिला है, उनमें 1975 बैच से 2004 बैच के सिपाही शामिल हैं। बीते दिनों करीब 29 हजार सिपाहियों की सूची पदोन्नति के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड भेजी गई थी। डीजीपी ने बताया कि भर्ती बोर्ड के घोषित परिणाम पर पदोन्नति दी गई है। वर्ष 2016 में 8762 व वर्ष 2017 में 5030 आरक्षियों को मुख आरक्षी के पद पर पदोन्नति दी गई थी। अब तक अराजपत्रित पुलिसकर्मियों के विभिन्न पदों पर 36062 पुलिसकर्मियों की पदोन्नति दी गई है। वर्ष 2016 में 15803 तथा वर्ष 2017 में 8910 अराजपत्रित पुलिसकर्मियों को पदोन्नति दी गई थी।