ज्ञान भंडार
ये तीन महिलाएं बनीं महाराष्ट्र की स्वच्छता दूत, शॉचालय बनाने की ली शपथ
मुंबई. वाशिम जिले की संगीता आव्हाडे, यवतमाल की चैताली राठोड और नाशिक की सुवर्णा लोखंडे अब महाराष्ट्र में स्वच्छता दूत के रूप में काम करेंगी। शुक्रवार को राज्य अतिथि गृह सह्याद्री में आयोजित कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह घोषणा की। इस मौके पर स्वच्छ महाराष्ट्र अभियान (नागरी) के तहत खुले में शौच से मुक्त शहरों के नगराध्यक्ष व मुख्याधिकारियों का सत्कार किया गया।
वाशिम की संगीता तब सुर्खियों में आई थीं जब उन्होंने मंगलसूत्र गिरवी रखकर घर में शौचालय बनवाया था। इसी तरह यवतमाल की चैताली ने अपने विवाह में सोना लेने के बजाय पिता से प्री फैब्रिकेटेड शौचालय मांगा था। वहीं नाशिक के सिन्नर तहसील की सुवर्णा लोखंडे ने महिला बचत गट से कर्ज लेकर शौचालय बनवाया था।
इन तीनों महिलाओं को मुख्यमंत्री ने यहां पर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि संत गाडगेबाबा, राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज द्वारा दिए गए ग्राम स्वच्छता मंत्र को नागरिक भूल गए हैं। इस कारण शहर प्रदूषित हो रहे हैं। शहरों में पानी के स्त्रोत खराब हो गए हैं। इसका असर हमारी सेहत और पर्यावरण पर हो रहा है।