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ये है बुंदेलखंड का ‘मोस्ट वांटेड’ डकैत, इसके आगे चूड़ियां खनका रही योगी की पुलिस
पांच लाख का इनामी डाकू दस्यु सरगना बबुली कोल बुंदेलखंड का ‘मोस्ट वांटेड’ डकैत बन गया है। बुंदेलखंड में कोसों तक इसका खौफ फैला है। अब तो लोग ये तक कहने लगे है कि जाने वो कब किसकी मौत का पैगाम लेकर आ जाए मुंह बंद रखो।
उसके खिलाफ कोई अपनी जुबान खोले ये किसी में हिम्मत नहीं। इसलिए गांव वाले उसके अत्याचार सहकर भी अपनी बोलती बंद रखते हैं। आए दिन बबुली दुस्साहपूर्ण वारदातों को अंजाम देकर पुलिस को चुनौतियां देता रहता है। अभी बीते दिनों पुलिस और बबुली कोल की मुठभेड़ हुई लेकिन वह बच निकलकर भागने में कामयाब रहा। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ था कि बबुली पुलिस के चंगुल से बच निकलकर भागने में कामयाब रहा हो। अनेकों बार पुलिस से उसकी मुठभेड़ हुई लेकिन हर बार ये दुर्दांत डाकू बच निकलकर भागने में कामयाब रहता है।
नशे में चूर रहता है यह दुर्दांत डाकू
इस कारण बबुली के मंसूबों को और हौंसला मिलता जा रहा है। नतीजा सामने है। पिछले कुछ दिनों से बबुली ने कुछ ज्यादा ही सिर उठा रखा है। हालांकि पाठा क्षेत्र के कई ग्रामीण ये भी बताते हैं कि बबुली दिन-रात नशे में चूर रहता है। इसलिए उसे मारा जाना कोई बड़ा दूभर काम नहीं है। पर पता नहीं पुलिस क्यों नाकाम हो रही है ? गांव वाले अपने आगे का हाल सोंचकर डकैतों पर हाथ उठाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते।
इस कारण बबुली के मंसूबों को और हौंसला मिलता जा रहा है। नतीजा सामने है। पिछले कुछ दिनों से बबुली ने कुछ ज्यादा ही सिर उठा रखा है। हालांकि पाठा क्षेत्र के कई ग्रामीण ये भी बताते हैं कि बबुली दिन-रात नशे में चूर रहता है। इसलिए उसे मारा जाना कोई बड़ा दूभर काम नहीं है। पर पता नहीं पुलिस क्यों नाकाम हो रही है ? गांव वाले अपने आगे का हाल सोंचकर डकैतों पर हाथ उठाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते।
बुंदेलखंड में कानून नहीं केवल ‘जंगलराज’
बुंदेलखंड में कानून नहीं केवल ‘जंगलराज’ है। एक के बाद एक डाकू बबुली कोल दुस्साहसिक घटना को अंजाम दे रहा है। बड़े-बड़े दावे करने वाली योगी सरकार की पुलिस हाथों में बस ‘चूड़ियां खनका’ रही है। इसका सबूत इस बात से ही मिल जाता है कि डाकू बबुली कोल पुलिस के साथ हुई कई मुठभेड़ में सुरक्षित बच निकला है।
बुंदेलखंड में कानून नहीं केवल ‘जंगलराज’ है। एक के बाद एक डाकू बबुली कोल दुस्साहसिक घटना को अंजाम दे रहा है। बड़े-बड़े दावे करने वाली योगी सरकार की पुलिस हाथों में बस ‘चूड़ियां खनका’ रही है। इसका सबूत इस बात से ही मिल जाता है कि डाकू बबुली कोल पुलिस के साथ हुई कई मुठभेड़ में सुरक्षित बच निकला है।
शादी ब्याह को मातम में कर देता है तब्दील
बबुली कोल ज्यादातर उस वक्त गांव में अपना आतंक मचाता है जब या तो इलाके में किसी दुल्हन की डोली उठ रही होती है या फिर किसी बारात का स्वागत होता है। ये दुर्दांत डकैत घात लगाकर ऐसे खुशियों भरे माहौल का चंद मिनटों में मातम में बदल देता है। कोई विरोध करता है तो ये उसे ठिकाने लगाने में भी नहीं हिचकते।
अभी हाल ही में मानिकपुर के लक्ष्मणपुर गांव में देर रात असलहों से लैस बबुली कोल गैंग के डकैतों ने जनवासे की घेराबंदी कर 30 बारातियों को असलहों की बटों, लात-घूंसों व लाठियों से मार-मार कर अधमरा कर दिया। डकैत आधा दर्जन से अधिक मोबाइल और बारातियों के पास मौजूद लगभग एक लाख रुपये भी लूटकर जंगल की ओर भाग गए।
बबुली कोल ज्यादातर उस वक्त गांव में अपना आतंक मचाता है जब या तो इलाके में किसी दुल्हन की डोली उठ रही होती है या फिर किसी बारात का स्वागत होता है। ये दुर्दांत डकैत घात लगाकर ऐसे खुशियों भरे माहौल का चंद मिनटों में मातम में बदल देता है। कोई विरोध करता है तो ये उसे ठिकाने लगाने में भी नहीं हिचकते।
अभी हाल ही में मानिकपुर के लक्ष्मणपुर गांव में देर रात असलहों से लैस बबुली कोल गैंग के डकैतों ने जनवासे की घेराबंदी कर 30 बारातियों को असलहों की बटों, लात-घूंसों व लाठियों से मार-मार कर अधमरा कर दिया। डकैत आधा दर्जन से अधिक मोबाइल और बारातियों के पास मौजूद लगभग एक लाख रुपये भी लूटकर जंगल की ओर भाग गए।