ये हैं दुनिया की 5 सबसे बड़ी चोरियां, जिसमे शातिर चोरों ने साफ कर दी अरबों की दौलत
अक्सर आपने चोरी और लूटपाट की वारदातों की खबरें सुनी होंगी. कई चोरियां तो ऐसी होती है जिनमें चोर इतनी सफाई से चोरी करता है कि पता ही नहीं चल पता कि आखिर चोरी हुई भी है या नहीं. दुनिया में हर दिन कहीं न कहीं छोटी-मोटी चोरियां होती ही रहती है लेकिन आज हम बात करने वाले दुनिया में हुई कुछ चौंका देने वाली चोरियों के बारे में जो कि दुनिया की शातिर चोरियां मानी जाती है.
सेंट्रल बैंक ऑफ इराक, बगदाद
साल 2003 में इराक के राजधानी बगदाद के एक बैंक में सबसे बड़ी चोरी को अंजाम दिया गया था. कहा जाता है कि अमेरिकी आर्मी के इराक पर हमला करने से पहले खुद सद्दाम ने बैंक को एक नोट लिखा था जिसमें बैंक की तिजोरी में रखी सारी रकम सद्दाम के बेटे कुजे के हवाले करने को कहा गया था. दुनिया की इस सबसे बड़ी चोरी में बैंक से 920 मिलियन पाउंड करीब 6 हजार करोड़ रुपए लूट लिए गए थे.
द नाइट्सब्रिज वॉल्ट, लंदन
साल 1987 में इटैलियन प्लेब्वॉय के नाम से मशहूर विक्सेई ने इस चोरी के अलावा 50 और बैंकों में भी डकैती डाली थी. इस घटना को अंजाम देने के लिए विक्सेई कई हथियारबंद गुंडों के साथ बैंक के अंदर पहुंच गया था और करीब 73.2 मिलियन पाउंड यानि करीब 632 करोड़ रुपए के सामान के साथ फरार हो गया.
बांको सेंट्रल बैंक, फोर्टालेजा, ब्राजील
साल 2005 में इसे अंजाम देने के लिए चोरों ने ब्राजील के फोर्टलेजा शहर के बीचों-बीच बैंक के पास एक जमीन खरीदी. इसके बाद चोरी के लिए पूरे गैंग ने तीन महीने तक बैंक के नीचे खुदाई करके 256 फीट की सुरंग बनाई. फिर बांको सेट्रल बैंक की मुख्य वॉल्ट तक पहुंचते ही लुटेरों ने ब्राजीलियन करेंसी के करीब 3.5 टन नोट साफ कर दिए थे. इतने नोटों की कीमत करीब 456 करोड़ रुपए थी.
हैरीविंस्टन चोरी, पेरिस
साल 2007 में पेरिस के एक ज्वेलरी शो रूम में 4 चोरों ने महिला भेस धारण करके बैंक में घुसकर, हथियारों के बल पर सभी लोगों को एक कोने में कर दिया. इतने में बाकी दो चोरों ने लगभग 650 करोड़ के जवाहारात बैग में भरे और चारों चोर रफ्फू चक्कर हो लिए.
ब्रिटिश बैंक ऑफ मिडिल ईस्ट, बेरूत, लेबनॉन
साल 1976 में लेबनॉन में छिड़े गृहयुद्ध के बीच ही फिलिस्तीनी लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन से जुड़े लुटेरों ने बैंक की चर्च से सटी दीवार को उड़ाकर लॉकर तक घुस गए थे. वहां चोरों ने करीब 37.8 मिलियन पाउंड यानि करीब 326 करोड़ रुपए साफ कर दिए थे.