लखनऊ : लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तर प्रदेश में साधु-संतों को पेंशन देने की खबरों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सूबे के सभी निराश्रित लोगों को पेंशन देने का ऐलान किया। सीएम योगी ने कहा कि सभी निराश्रित लोग (महिला और दिव्यांग भी) अब 400 की जगह पर 500 रुपये पेंशन पाएंगे। इसके लिए प्रदेश में 30 जनवरी तक विशेष कैंप का अयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि हरेक निराश्रित महिला, पुरुष और दिव्यांग को 500 रुपये पेंशन दिया जाएगा। प्रदेश सरकार सभी निराश्रित जनों को बिना भेदभाव के उनके पात्रता के हिसाब पेंशन देगी। आज से लेकर 30 जनवरी तक पूरे प्रदेश में हम विशेष कैंप आयोजित करने जा रहे हैं। हमारा प्रयास है कि इसमें किसी भी निराश्रित को छोड़ा न जाए। इस दिशा में कोर्ट ने भी समय-समय पर हमारा ध्यान दिलाया है।उन्होंने कहा कि उनकी सरकार वृद्धावस्था पेंशन, निराश्रित पेंशन और दिव्यांग जन पेंशन दे रही है। उधर, योगी सरकार के इस ऐलान पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी तंज किया है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि साधु-संतों को 20 हजार रुपये पेंशन दिया जाए। अखिलेश ने कहा, योगी सरकार साधु-संतों को भी पेंशन दे। उन्होंने कहा कि हमने तो रामलीला के पात्रों को पेंशन देने की स्कीम शुरू की थी। सीएम योगी भी राम और सीता को पेंशन दें और राम-सीता से बचे तो रावण को भी पेंशन दें। अखिलेश ने कहा कि कुंभ दान का पर्व माना जाता है। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह प्रयागराज का अकबर किला यूपी सरकार को दान दे दे ताकि सरस्वती कुंभ लोगों के लिए हमेशा के लिए खुल जाए। सेना को जगह चाहिए तो उसे चंबल में खाली पड़ी जगह पर भेज दें। बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पहली बार प्रयागराज में चल रहे कुंभ में कैबिनेट बैठक करने जा रही है। यह बैठक 29 जनवरी या 4 फरवरी को हो सकती है।