अभिनेता से निर्माता और अब निर्देशक बने अजय देवगन इस बार अपने अंदाज में फिल्म ‘शिवाय’ लेकर आए हैं और उन्हें इस फिल्म से काफी उम्मीदें भी हैं। इसके अलावा उन्होंने इसमें एक्शन का तड़का लगाने में भी कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी।
कहानी
172:38 मिनट की कहानी शिवाय ( अजय देवगन) से शुरू होती है, जहां शिवाय बड़े ही फ्री माइंड होकर बर्फीली बड़ी-बड़ी चट्टानों पर खेलते और करतब दिखाते नजर आते हैं। शिवाय लोगों को पर्वतारोहण कराने का काम करता है। फिर एक दिन शिवाय कई टूरिस्टों को बीस हजार फीट की ऊंचाई पर ले जाता है, जहां एक तूफ़ान आता है और उसी दौरान शिवाय को विदेश से आई ओल्गा (एरिका कार) से प्यार हो जाता है। दोनों में गहरा प्यार हो जाता है और ओलका प्रेग्नेंट हो जाती है, लेकिन ओल्गा बच्चा नहीं चाहती। पर शिवाय के लाख समझाने पर वह मां बनती है और गौरा (अबीगैल इएम्स) को जन्म देती है।
फिर वह सब कुछ भूलकर अपने देश वापस चली जाती है और शिवाय अपनी बेटी के साथ खुश रहता व उसका खुद से भी ज्यादा ख़याल रखता है। शिवाय उसकी हर छोटी-बड़ी बात का ध्यान रखता है। आगे एक रात पहाड़ों पर फिर तूफान आता है और अगली सुबह घर में तितर-बितर सामान में गूंगी गौरा को उसकी मां ओल्गा की फोटो व पत्र सब मिल जाता है। इस पर उसकी जिद पर शिवाय बता देता है कि उसकी मां मरी नहीं है, बल्कि जिंदा और रशिया स्थित बुल्गेरिया में है। लाख मना करने के बावजूद गौरा मां से मिलने की जिद नहीं छोड़ती और मजबूरन शिवाय को उसे लेकर ओलका के पास बुल्गेरिया जाता है।
वहां पहुंचते ही शिवाय होटल में एक गलत आदमी को गिरफ्तार करा देता है। वहां जाकर पता चलता है कि गौरा की मां उस पते पर नहीं रहती, फिर शिवाय वहां की इंडियन एम्बेसी में जाता है। वहां से (सौरभ शुक्ला) की मदद की वजह से अनुष्का (सयेषा सैगल) उसे ओल्गा को ढूंढ़ निकालने की सांत्वना देती है। फिर अचानक कुछ विदेशी क्रिमिनल्स एक रेस्टोरेंट से गौरा को किडनैप कर लेते हैं। इसके लिए शिवाय बहुत प्रयास करता है, पर रशियन माफियाओं के हाथ लगी गौरा को वह नहीं बचा पाता और पुलिस के हत्थे चढ़ जाता है। वहां की पुलिस भी नहीं मानती कि गौरा उसकी बेटी है और उधर, रशियन माफिया गौरा का पासपोर्ट जला देते हैं। इसी के साथ फिल्म दिलचस्प मोड़ लेते हुए कहानी आगे बढ़ती है।
अभिनय
अजय देवगन ने इसमें वाकई कुछ नया करने की कोशिश की है और वे शिवाय के किरदार में जंच रहे हैं। सयेषा सैगल फिल्म में अपने रोल की तह तक जाती दिखाई दीं। साथ ही अबीगैल इएम्स ने शिवाय की बेटी का किरदार बखूबी निभाया है। एरिका कार और बिजाय थांगजाम ने अपने-अपने रोल को शत-प्रतिशत देने का पूरा प्रयास किया है। इसके अलावा वीर दास, गिरीश कर्नाड और सौरभ शुक्ला की मौजूदगी भी अहम रही है।
निर्देशन
निर्देशन के क्षेत्र में अजय देवगन की यह पहली ही फिल्म है, जिसमें उन्होंने एक्शन से लेकर थ्रिल तक सभी का धमाकेदार तड़का परोसा है। उन्होंने इस एक्शन फिल्म के निर्देशन की कमान बखूबी संभाली है। साथ ही यह साबित कर दिखाया है कि वाकई में निर्देशन की समझ रखने वाला इंसान कुछ भी दुनिया को दिखाया सकता है, लेकिन कहीं-कहीं वे थोड़ा कहानी से डगमगाते से भी दिखाई दिए। एक्शन के मामले में अजय ने वाकई में कुछ अलग कर दिखाने की कोशिश की है, जिसकी वजह से वे दर्शकों की वाहवाही लूटने में कुछ हद तक सफल रहे।
पहले हाफ में तो फिल्म दर्शकों को बांधे रखने में काफी हद तक सफल रहती है, पर दूसरे हाफ में ऑडिएंस की उतनी एकाग्रता नजर नहीं आती। बहरहाल, ‘सतह पर रहने वालों को ऊंचाई पर रहने वाली की हमेशा जरूरत होती है…’ जैसे कई डायलॉग्स तारीफ लायक रहे, लेकिन अगर टेक्नोलॉजी और कॉमर्शियल की बात छोड़ दी जाए तो इसकी सिनेमेटोग्राफी में कुछ और बेहतर किया जा सकता था। इसके अलावा फिल्म में संगीत (मिथुन) ऑडियंस को बांधे रखने में कई मायनों से ठीक रहा।
क्यों देखें
दिवाली सीजन में अजय देवगन के चाहने वाले एक अनोखे अंदाज में फिल्म देखने के लिए सिनेमाघरों की ओर रुख कर सकते हैं। आगे मर्जी और जेब आपकी…!
फिल्म: शिवाय
बैनर: अजय देवगन फिल्म्स, पेन इंडिया लि., एनएच स्टूडियोज़
निर्माता: अजय देवगन
निर्देशक: अजय देवगन
जोनर: थ्रिलर
संगीतकार: मिथुन
स्टारकास्ट: अजय देवगन, सयेषा सैगल, एरिका कार, अबीगैल इएम्स, वीर दास, गिरीश कर्नाड, सौरभ शुक्ला, बिजाय थांगजाम
रेटिंग: *** स्टार