रांची, (एजेंसी) राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आरआईएमएस) की मशहूर काटेज नवंबर 13 में पिछले कुछ दिनों से साफ सफाई का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। इंस्टीट्यूट प्रबंधन कई काटेज को खासकर 13 और 14 को वीआईपी मरीजों के लिए खाली रखना है।
वीआईपी मरीजों की देखभा के लिए नियुक्त कर्मचारियों ने बताया कि प्रबंधन ने उनसे कहा है कि अगले आदेश तक काटेज किसी भी मरीज को आवंटित न की जाए। खासतौर पर काटेज नंबर 13 और 14 स्टाफ को यह नहीं पता है कि इन काटेज के किसे भरती किया जाएगा। गौर तलब है कि दोनों काटेज में एसी लगा हुआ है। जो इन्हें अन्य 12 काटेज से अलग करते हैं। वर्तमान में अस्पताल के तीन काटेजों में नीमन सोरेन, जगन्नाथ मिश्र और सावना लाकरा भरती है। एसी युक्त यह काटेज बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद बीवीआईपी मरीजों की आरामगाह के तौर पर इस्तेमाल होते हैं। इन काटेज में मधु कोड़ा, कमलेश सिंह, इनोश एक्का जैसे लोग रहे हैं। कयास यह लगाये जा रहे हैं कि लालू प्रसाद यादव को इन काटेज में शिफ्ट किया जा सकता है क्योंकि एक तो उन्हें डायबिटीज और उच्च रक्त चाप की बीमारी है, दूसरे जेल में उनसे मिलने आने वालों की तादाद से जेल प्रशासन परेशान है। लेकिन जेल आई जी शैलेन्द्र भूषण ने इन खबरों का खंडन किया है कि लालू यादव को आरआईएम एस के काटेज में शिफ्ट किया जा रहा है।