राजकोट में पैदा हुए इस बच्चे के है दो दिल और चार हाथ-पैर
राजकोट : गुजरात के राजकोट में एक महिला ने एक ऐसे बच्चे को जन्म दिया है, जिसे देखकर परिजन से लेकर डॉक्टर तक हैरत में है। राजकोट के एक अस्पताल में एक महिला ने एक ऐसे बच्चे को जन्म दिया है, जिसके चार कान, दो दिल व चार-चार हाथ-पैर है। हांलाकि जन्म होते ही बच्चे की मौत हो गई। मैडिकल की भाषा में इसे डाइसिफेलिक पैरापेगस और ऐसे बच्चे को सियामीज बेबी कहते है।
डॉक्टर्स का कहना है कि यदि गर्भ में जुड़वा बच्चे है, तो गर्भधारण के कुछ ही दिनों बाद स्वतः गर्भाशय दो हिस्से में बंट जाता है। लेकिन इस केस में दो सप्ताह बाद भी गर्भ विभाजन की प्रक्रिया शुरु तक नहीं हुई, जो कि दो-तीन दिनों के भीतर ही हो जाती है। इसी कारण दोनों बच्चे के शरीर आपस में जुड़े रह गए। ऐसे बच्चों को सर्जरी के जरिए अळग तो किया जा सकता है, लेकिन यह एक महंगी और जटिल प्रक्रिया है।
सर्जरी के बाद कामयाब होने की उम्मीद भी लेस मात्र होती है। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे का दिमाग और सीना आपस में जुड़ा हुआ था। सोनोग्राफी में ही सियामीज बेबी की बात साफ हो गई थी। परिवार को भी पहले ही इस बात की जानकारी दे दी गई थी। ऐसा मामला एक लाख में एक ही होता है। चूंकि मां की जान को खतरा था, इसलिए नॉर्मल डिलिवरी की बजाए बच्चे को ऑपरेशषन के जरिए निकाला गया।
जब एक फर्टिलाइज्ड एग दो हिस्सों में बंटकर अलग-अलग हो जाता है तो एक जैसे (आइडेंटिकल) ट्विन्स पैदा होते हैं। ऐसा गर्भधारण करने के 8 से 12 हफ्ते में होता है। लेकिन यदि यह समय 13 से 15 हफ्ते का हो जाए, तो ये पूरी तरह अलग नहीं हो पाते और मां के गर्भ में इसी हालत में इनके अंग डेवलप होने लगते हैं।