दस्तक टाइम्स/एजेंसी
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच एक बार फिर मतभेद उभर आए हैं और रूठने-मनाने का दौर जारी है। लोक जनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान को मुश्किल से मनाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राहत की सांस ले रही थी कि अब हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा (हम) के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी नाराज हो गए हैं। माना जा रहा है कि मांझी सीट बंटवारे के फॉर्मूले से नाराज हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने हम को 15 सीटें देने और उसके पांच उम्मीदवारों को अपने टिकट पर लड़ाने की पेशकश की है। लेकिन पासवान ने हम के कुछ उम्मीदवारों पर ऐतराज जताया है जिससे विवाद पैदा हो गया है। पासवान पहले ही यह आशंका जाहिर कर चुके थे कि उनकी पार्टी के बागी विधायकों को हम टिकट दे सकती है। बहरहाल मांझी को मनाने की कोशिशें जारी हैं। भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उनसे मुलाकात की जो करीब डेढ़ घंटे तक चली। इसके बाद मांझी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। इस बैठक में मांझी के अलावा भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी अनंत कुमार और भूपेंद्र यादव भी मौजूद हैं।
इससे पहले अनंत कुमार ने सुबह दावा किया था कि सीटों के बंटवारे पर सहमति हो गई है और शाम को इसकी औपचारिक घोषणा होगी। उन्होंने राजग के घटक दलों की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हो गया है शाम को बताएंगे।’’ सूत्रों के मुताबिक राजग ने बिहार चुनाव में सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला तैयार कर लिया है। लोजपा को 41, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को 25 और हम को 15 सीटें दी जाएंगी जबकि भाजपा खुद 162 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सीटों के बंटवारे को लेकर शाह के घर पर पार्टी की कोर ग्रुप की बैठक हुई जिसमें बिहार भाजपा के सभी बड़े नेता मौजूद थे। सीटों के बंटवारे को लेकर पिछले कुछ दिनों से राजग के घटक दलों के बीच लगातार बैठकें चल रही थीं। मांझी और कुशवाहा ने सीटों के बंटवारे पर अंतिम फैसला लेने की जिम्मेदारी भाजपा पर छोड़ दी थी और कल रात पासवान को भी मना लिया गया था लेकिन अब मांझी के नाराज होने से एक बार फिर पेंच फंस गया है।