नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी को कई बार अपने झूठे बयानों से मुंह की खानी पड़ी है, इसके बावजूद कांग्रेस नेताओं का आत्मविश्वास बढ़ता जा रहा है और अपने ही खोदे गड्ढे में गिरती जा रही है। नया मामला ट्विटर से सम्बन्धित हैं, जिसमें कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट से एक सर्वे कराया था, जिसमें सवाल पूछा गया है, क्या अाप मानते हैं कि इराक में मारे गए 39 भारतीयों के मामले में विदेश मंत्री के तौर पर सुषमा स्वराज की यह सबसे बड़ी असफलता है? सर्वे में जो परिणाम अाया, वह चौंकाने वाला था, इसमें 24 फीसदी लोगों ने सुषमा स्वराज को असफल बताया और 76 प्रतिशत लोगों ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पक्ष में बोला।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कांग्रेस के ट्वीट को रीट्वीट को किया। संसद में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इराक में लापता हुए 39 भारतीयों की मौत की पुष्टि के बाद कांग्रेस सहित पूरे विपक्ष ने हंगामा मचा दिया था। यह हंगामा शांत भी नहीं हुआ था कि कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी सुषमा पर हल्ला बोल दिया था। हालाँकि सुषमा स्वराज ने बताया कि वह पीड़ित परिवारों को किसी तरह के अंधेरे में नहीं रखना चाहती थीं, लेकिन उनकी सरकार ‘मिले नहीं हैं, तो मर गए होंगे’ पर विचार नहीं करती। इसलिए जब तक सबूत नहीं मिले। इस मामले का खुलासा नहीं किया गया।
सुरजेवाला ने तीखा कटाक्ष करते हुए, विदेश मंत्री द्वारा आनन-फानन में किए गए खुलासे पर सवाल खड़े किए था। सुरजेवाला ने दावा किया था कि आज हड़बड़ी में अचानक जब विदेश मंत्री (सुषमा स्वराज) दोनों सदनों के अंदर बयान देती हैं तो यह बताना भूल जाती हैं कि आखिर यह हड़बड़ी उन्होंने क्यों की? सुरजेवाला ने यहां तक कहा था कि यह जल्दबाजी इसलिए तो नहीं कि कहीं शहीदों के लिए काम करने वाली इराक की एसोसिएशन Martyrs Foundation ने आज भारतीय समय के दोपहर बाद एक पत्रकार वार्ता रखकर 39 भारतीयों के जीवित न होने की सच्चाई दुनिया के सामने रखने का निर्णय लिया था। मुझे यह भी बताया गया है कि आज 2:30 बजे पत्रकार वार्ता करके उन्होंने इस सच्चाई को बताया है। जब आपको (भाजपा) को लगा कि पोल खुल जाएगी तो फिर आपने हड़बड़ी में यह बयान दे डाला। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इराक में लापता हुए 39 भारतीयों की मौत की पुष्टि के बाद केंद्र सरकार पर उठ रहे सवालों का प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जवाब दिया था। लोकसभा में इससे जुड़े अपने बयान के वक्त ज्योतिरादित्य सिंधिया की अगुवाई में कांग्रेस सदस्यों के हंगामे का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री ने इसे ‘ओछी राजनीति’ करार दिया था। सुषमा ने कहा था कि कांग्रेस अब मौत पर भी राजनीति करने पर उतर आई है।