राजस्थान: कोटा में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात, पानी में घिरे लोगों का नावों के जरिये रेस्क्यू जारी
कोटा। कोचिंग सिटी कोटा (Coaching City Kota) में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश (Heavy rain) से एक बार फिर से बाढ़ (Flood) जैसे हालात बन गए हैं. शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया है और कई कॉलोनियां पानी से घिर गई हैं. इससे लोग घरों में कैद हो गए हैं. जिला प्रशासन (district administration) की ओर से जलभराव वाले क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन (rescue operation) चलाया जा रहा है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. कोटा (Kota) के बोरखेड़ा देवली अरब रोड के नजदीक बालाजी नगर और कौटिल्य नगर में जलभराव की सूचना पर नगर निगम की टीम 2 नावों को लेकर पहुंची और करीब 20 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.
नगर निगम (municipal Corporation) के गोताखोर विष्णु श्रृंगी ने बताया कि मंगलवार शाम के वक्त जिला प्रशासन से सूचना मिली थी कि कई इलाकों में जलभराव के चलते लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना है. इसके बाद नगर निगम की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और नावों की मदद से कुछ परिवारों को मकानों से बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर लाया गया है. कुछ लोग चोरी के डर से अपना घर छोड़ने को तैयार नहीं हैं. देर रात तक टीम का बोरखेड़ा इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा.
इटावा, सुल्तानपुर और खातोली क्षेत्र में भी बिगड़े हालात
इटावा, सुल्तानपुर और खातोली क्षेत्र में भी भारी बारिश से जलभराव से परेशानी खड़ी हो गई है. वहां लगातार 4 दिनों से हो रही बारिश के कारण पार्वती और चंबल सहित छोटी नदियों में उफान आ गया है. इससे करीब दो दर्जन से ज्यादा गांव पानी से घिर गए हैं. वहां भी एसडीआरएफ की कोटा टीम के साथ एक दल अजमेर से रेस्क्यू के लिए बुलाया गया है. टीमें स्थानीय पुलिसकर्मियों के साथ लगातार गांवों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं. देर रात तक एसडीआरएफ और पुलिस के जवानों ने 27 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. ये सभी लोग पार्वती नदी के किनारे मकानों में फंसे हुए थे.
कोटा बैराज के चार गेट खोलकर 25000 क्यूसेक पानी की निकासी
मध्य प्रदेश के साथ-साथ राजस्थान में लगातार हो रही बारिश के चलते चंबल नदी पर बने बांधों का जलस्तर भी बढ़ता ही जा रहा है. देर रात कोटा बैराज के चार गेट खोलकर 25000 क्यूसेक पानी की निकासी शुरू की गई. ऐसे में अब चंबल नदी के डाउन स्ट्रीम में भी बाढ़ आने की संभावनाएं बन रही है. चंबल नदी के किनारे बसी निचली बस्तियों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
देर रात तक जारी रहा बारिश का दौर
मौसम विभाग के अनुसार, कोटा में मंगलवार शाम 5.30 बजे तक 94.7 एमएम बारिश दर्ज की गई. इसके बाद भी लगातार कोटा शहर में मूसलाधार बारिश का दौर जारी रहा. मौसम वैज्ञानिक वीके जैन के अनुसार कोटा में सीजन में मौसम बारिश 716.6 एमएम बारिश होती है. इस साल अब तक 490.7 एमएम बारिश हो चुकी है.