लखनऊ: शनिवार को लखनऊ के सीमैप में किसान मेला शुरू हुआ। गवर्नर रामनाइक ने मेले का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने किसान मेले की स्मारिका और मेंथा की खेती पर सीमैप द्वारा जारी की गई पुस्तिका का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि किसानों को वैज्ञानिक शोध का फायदा उठाना चाहिए और उन्नत खेती करनी चाहिए। कार्यक्रम में सीमैप के डायरेक्टर एके त्रिपाठी ने कहा कि सीमैप का उद्देश्य किसानों को वैकल्पिक साधन उपलब्ध कराना है। मेंथा ऑयल के उत्पादन में भारत शीर्ष पर है, यूपी देश में सबसे ज्यादा मेंथा ऑयल उत्पादित करता है। रामनाइक ने कहा कि देश में हो रहे वैज्ञानिक शोधों का सही से फायदा उठाकर किसानों को उन्नत खेती करना चाहिए। पहले फूलों से केवल इत्र बनाया जाता था, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने शोध के जरिए अब उनसे कॉस्मेटिक का उत्पादन संभव कर दिया है। हाइब्रिड फसलें विकसित की जानी चाहिए, लेकिन उनमें स्वाद और पौष्टिकता नहीं खत्म होनी चाहिए। किसानों को अपनी मेहनत और विज्ञान का प्रयोग कर साबित कर देना चाहिए कि यदि कोई सबसे फायदेमंद धंधा है तो वह खेती और किसानी है।गवर्नर रामनाइक ने कहा कि नारी-शक्ति भी खेती में बढ़-चढ़ कर भाग ले रही हैं। किसान मेला अपने अस्तित्व का एक तप पूरा कर रहा है। विद्वान का पहला लक्षण यह है कि कोई काम शुरू न करना। एक बार शुरू किया तो लगातार उस काम को करना। किसान का मतलब अनपढ़ और शोध नहीं करने वाला समझा जाता है। शहरों में बैठकर किसानों के ऊपर टिप्पणी करना आसान है।