रामपुर में फसल बर्बाद होने से तीन किसानों की मौत
रामपुर : बेमौसम हो रही बारिश से बर्बाद हो रही फसलें अब किसानों की जान ले रही हैं। मौसम की मार ने बिलासपुर, केमरी और पटवाई क्षेत्र में तीन किसानों की जान ले ली। बेमौसम बारिश में बर्बाद हो चुकी फसलों को देखकर घर लौटे किसानों को हार्ट अटैक हो गया। परिजन आनन-फानन में उनको निजी अस्पताल लेकर गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मौत के बाद तीनों किसानों के घर में कोहराम मचा हुआ है। आला अफसरों को सूचना देने के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। बेमौसम बारिश ने इस दफा रबी की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। खासतौर पर पश्चिम यूपी का किसान तबाह हो गया है। खेत पर खड़ी फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है। मौसम की मार ने किसानों की फसल बर्बाद करने के साथ ही उनकी जान लेनी भी शुरू कर दी है। बेहतर फसल की उम्मीद कर रहे किसान इस सदमे को झेल नहीं पा रहे हैं। रामपुर में फसल बर्बाद होने का सदमा न झेल पाने के कारण दो किसानों की मौत हो गई। पहला मामला केमरी थाना क्षेत्र के ग्राम स्वार खुर्द का मजरा का है। गांव निवासी छत्रपाल(61वर्ष) किसान थे। एक मई को उनके घर में दो शादियां हैं। परिजनों के अनुसार शुक्रवार को हुई बारिश के बाद छत्रपाल फसल देखने के लिए खेत गए थे। बारिश से फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। शाम को जब वह घर आए तो काफी तनाव में थे। परिजनों ने खाना दिया तो उन्होंने खाने से इंकार कर दिया। परिजनों के अनुसार कुछ देर बाद हार्ट अटैक हुआ और वह गिर पड़े। घबराए परिजन आनन-फानन में छत्रपाल को जौहर अस्पताल लेकर आए, जहां पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उनकी मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया।
उधर, बिलासपुर में फसल के नुकसान को देखकर सदमे में आए एक वृद्ध ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। कादरीगंज गांव निवासी किसान हरि सिंह (70) ने उत्तराखण्ड के एक अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। करीब आठ एकड़ जमीन के स्वामी वृद्ध पर प्रथमा बैंक का 2.75 लाख रुपए का कर्ज था। परिजनों के अनुसार वह अपने खेत पर फसल देखने गए थे। वहां फसल की बर्बादी देखकर उन्हें सदमा लगा। घर आने पर उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बीती शाम उन्होंने दम तोड़ दिया।