राहुल के मुजफ्फरनगर दौरे से मुलायम भी खफा
लखनऊ (दस्तक ब्यूरो)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का मुजफ्फरनगर के राहत शिविरों का दौरा कर वहां के हालात को बदहाल बताना समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव को भी नागवार गुजरा। उन्होंने सोमवार को कहा कि जनता को भटकाने की साजिशें की जा रही हैं। मुलायम ने लखनऊ में संवाददाताओं से बातचीत में कहा ‘‘उत्तर प्रदेश में जनता को बहकाने के लिए साजिशें की जा रही हैं।’’ राहुल गांधी का नाम लिए बगैर मुलायम ने कहा कि बिना पूर्व सूचना शामली के एक राहत शिविर में जाकर बेवजह एक चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने मुजफ्फरनगर-शामली के पीड़ितों की जितनी मदद की है उतनी कभी कोई सरकार नहीं कर सकती। सपा सरकार ने दंगा पीड़ितों को मकान बनाने के लिए 5-5 लाख रुपये दिए। मृतकों के आश्रितों को नौकरी दी गई। कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) राज में हुए दंगों के पीड़ितों को किसी ने न्याय नहीं दिया। वहीं सपा नेता एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राहुल के मुजफ्फरनगर के औचक दौरे के बाबत पूछे जाने पर एक बार फिर दोहराया कि कांग्रेस के नेता वहां गए थे। अगर वह सुझाव देंगे तो अमल किया जाएगा। उन्होंने कहा ‘‘राहुल के अचानक राहत कैंप पहुंचने पर मुझे कोई नाराजगी नहीं है क्योंकि वह ऐसे ही दौरे करते रहे हैं। ये उनकी शैली है।’’गौरतलब है कि राहुल रविवार को बिना किसी पूर्व सूचना के शामली-मुजफ्फरनगर पहुंच गए थे। वहां उन्होंने एक राहत शिविर जाकर दंगा पीड़ितों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी थीं। बाद में उन्होंने अखिलेश सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि राहत शिविरों में हालात बेहद खराब हैं और बच्चे मर रहे हैं। अखिलेश सरकार को हालात और बेहतर करने की जरूरत है। सपा और कांग्रेस के बीच हो रही इस बयानबाजी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सपा-कांग्रेस के लोग मुजफ्फरनगर में अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि कांग्रेस व सपा की तरफ से हो रही सतही बयानबाजी में दंगा पीड़ित पिस रहे हैं। पीड़ित अपने ही जिले में शरणार्थी के रूप में रहने को मजबूर हैं।