नई दिल्ली: रेलवे के पांच लाख कर्मचारी जल्दी फैशन डिजाइनर रितु बेरी द्वारा डिजाइन की गई वर्दी पहने नजर आएंगे। इस वर्दी को भारतीय संस्कृति की थीम पर तैयार किया गया है। इन कर्मचारियों में फ्रंट ऑफिस स्टाफ, टीटीई, गार्ड, चालक और खानपान कर्मी शामिल हैं।
बेरी ने पांच दिन पहले रेल मंत्रालय को अलग-अलग प्रकार की वर्दियों के चार डिजाइन सौंपे हैं और सार्वजनिक परिवाहक जल्द ही ट्विटर, फेसबुक और मंत्रालय की वेबसाइट पर एक ऑनलाइन पहल शुरू करेगा, जिसमें वह वर्दी को चयन करने के लिए लोगों से विचार मांगेगा।
पहले चरण में नई वर्दी भारतीय रेलवे के 13 लाख कर्मचारियों में से पांच लाख कर्मियों को जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि फोकस हमारी गहरी परंपरा और संस्कृति का आदर करते हुए आधुनिक भारत को दर्शाने का है इसलिए यह भारत की महिमा को परिलक्षित करती है।
परिजयोजना से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नई वार्दियों को लाने के विचार के पीछे की मंशा स्टाफ के बीच में गर्व और अपनेपन की भावना को पैदा करना है जो रोजाना करीब दो करोड़ लोगों को सेवा देते हैं।
अधिकारी ने कहा कि पहले चरण में वर्दी फ्रंट स्टाफ, गार्ड, चालक, खानपान कर्मियों, चालक दल के सदस्यों, स्टेशन मास्टर, लोको पायलट, ट्रेन टिकट परीक्षक और गैंगमैन को दी जाएगी जिसकीअनुमानित लागत करीब 50 करोड़ रुपये होगी। नई वर्दी कार्यशालाओं और उत्पादन इकाइयों में तकनीकी स्टॉफ को भी दी जाएगी। फिलहाल टीटीई, स्टेशन मास्टर और गार्ड सहित रेलवे स्टाफ वह वर्दी पहनते हैं जो अरसे पहले डिजाइन की गई थी। बेरी के नए संग्रह में साड़ी और टी-शर्ट्स हैं।
अधिकारी ने बताया कि नए परिधान इस साल के अंत तक तैयार हो जाएंगे और उनका इस्तेमाल किया जाने लगेगा। उन्होंने कहा कि सामान्य वर्दी औपचारिक अवसरों जैसे रेलवे दिवस के कार्यक्रम, खेल और पुरस्कार वितरण कार्यक्रम के दौरान पहनी जा सकती है।