रेल बजट: लखनऊ के लोगों को बुलेट ट्रेन की घोषणा की उम्मीद
यात्रियों का कहना है कि प्रत्येक बजट के अलावा सामान्य दिनों में यात्री किराए को बढ़ाने के प्रावधान कर दिए जाते हैं। लंबी दूरी के लिए महामना सरीखी गाड़ियां चलाने की भी मांग है। शहर के रहने वाले तमाम लोग गोमती नगर स्टेशन को अत्याधुनिक बनाने के संबंध में भी बजट में प्रावधान करने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
हाल ही में वाराणसी से दिल्ली के बीच खास महामना एक्सप्रेस को चलाया गया है। अत्याधुनिक कोच के अलावा कई सुविधाओं से युक्त नई-नवेली इस इस ट्रेन ने यात्रियों के मन में खास जगह बनाई है।
ऐसी ही अन्य गाड़ियों को कई रूट पर चलाने या फिर पुराने हो चुके कोच को बदलकर महामना सरीखा करने संबंधी घोषणा का बजट में इंतजार है। मुंबई समेत देश के अन्य प्रमुख शहरों को जाने वाली गाड़ियों में जनरल कोच को बढ़ाने को लेकर काफी उम्मीद है।गौरतलब है कि गोमती एक्सप्रेस, पुष्पक एक्सप्रेस, लखनऊ मेल आदि में जनरल कोच की संख्या लगभग दस फीसदी है। इससे आम यात्रियों को दिक्कत झेलनी पड़ती है।
यात्री किराया घटाने साथ-साथ सभी ट्रेनों में तत्काल लागू करना चाहिए। यह भी माना जा रहा है कि कैटरिंग को दोबारा आईआरसीटीसी को दिया जा सकता है।
उम्मीद है कि इससे खाने-पीने की वस्तुओं की गुणवत्ता बेहतर होगी। यात्रियों को राजधानी से दिल्ली, वाराणसी और इलाहाबाद रूट पर तीसरी लाइन के संबंध में घोषणा की भी उम्मीद है।
यदि ऐसा होता है इस रूट पर न केवल कई गाड़ियां बढ़ेंगी, बल्कि रफ्तार भी बेहतर होगी। हाल ही में कैंसिलेशन शुल्क में हुई बढ़ोत्तरी में संशोधन किए जाने के कयास लगाए जा रहे हैं।
बच्चों की टिकट महंगी होने के हालिया फैसले से भी यात्रियों में रोष है। एक अप्रैल से लागू होने वाली नई दरों में संशोधन संबंधी घोषणा बजट में हो सकती है।
गौरतलब है कि करीब 90 करोड़ रुपये से पूरे होने वाले इस कार्य का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को कई माह पूर्व भेजा जा चुका है। इस काम के न हो पाने के चलते चारबाग की रिमॉडलिंग का काम अटका है।
आरआरआई का काम संपन्न होने से यहां सिग्नलिंग व्यवस्था पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड हो जाएगी। वहीं दो प्लेटफॉर्म बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव को भी हरी झंडी दिए जाने की उम्मीद है। लोको कारखाने की तरफ से सेकेंड एंट्री बनाने संबंधी प्रस्ताव के लिए भी बजट पास हो सकता है।
दिल्ली रूट के अलावा अन्य इलेक्ट्रीफाई ट्रैक पर गाड़ियों को चलाने के लिए इलेक्ट्रिक इंजनों की भी दरकार है। माना जा रहा है कि इससे संबंधित घोषणा बजट में हो सकती है।
इससे गाड़ियों की रफ्तार पहले से बढ़ जाएगी। वहीं बाराबंकी से अकबरपुर के बीच साठ किमी ट्रैक की डबलिंग और रायबरेली-प्रतापगढ़ रूट के विद्युतीकरण की अनुमति भी बजट में मिल सकती है।
राजधानी में रेलवे से जुड़ी तमाम महत्वाकांक्षी योजनाएं केवल फाइलों में ही साकार हो रही हैं। करीब बारह वर्षों से गोमती नगर को टर्मिनल स्टेशन बनाने की कवायद चल रही है।
बजट भी जारी हो चुका है लेकिन योजना धरातल पर नहीं है। कुछ यही हाल चारबाग स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने और यार्ड रिमाडलिंग करने के अलावा तीसरी लाइन के विस्तार की योजनाओं का भी है।