रेल यात्रा को सुगम बनाने के लिए रेलवे यात्रियों को नई सौगात देने जा रहा है। यात्रा से संबंधित सभी सेवाओं के लिए जल्द ही एक एकीकृत मोबाइल ऐप जारी किया जाएगा। इसमें टिकटिंग, टैक्सी और कुली बुक करने जैसे विकल्प भी होंगे। इस ऐप को मई में लांच किए जाने की संभावना है।
इस प्रोजेक्ट से जुड़े रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि रेलवे में टिकट बुकिंग, टैक्सी, ई-कैटरिंग और अन्य दूसरी सेवाओं के लिए अलग-अलग ऐप हैं। इस एकीकृत ऐप में यात्रा से संबंधित सभी सेवाओं को समाहित किया जा रहा है। रेलमंत्री सुरेश प्रभु द्वारा बृहस्पतिवार को जारी नए बिजनेस प्लान के मुताबिक, नए मोबाइल ऐप का उद्देश्य यात्रा संबंधी सभी सेवाओं मसलन, टिकट, विश्राम गृह बुक करना, टूर पैकेज की बुकिंग, रेस्टोरेंट से खाने का ऑर्डर और होटल रूम खोजने के लिए समाधान एक जगह उपलब्ध कराना है।
यह ऐप यात्रियों को सीजन टिकट व प्लेटफार्म टिकट समेत आरक्षित और अनारक्षित टिकट बुक करने में मदद करेगा। यह सभी तरह की टिकटिंग के लिए एक कॉमन रजिस्ट्रेशन और पेमेंट अकाउंट होगा। इस एप्लीकेशन से सभी गैर-उपनगरीय के लिए अनारक्षित टिकट बुक किए जा सकेंगे। इससे टिकट काउंटरों पर भीड़ कम करने, कागजी टिकट का इस्तेमाल घटाने और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
रेलवे का ये है नया एक्शन प्लान
रेल मंत्रालय ने इस साल का एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। वह यात्री सुविधा के साथ ही आय बढ़ाने के लिए 50 एजेंडे पर काम करेगा। यात्री सुविधा की बात करें तो इस साल 30 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को सुपरफास्ट श्रेणी में शामिल किया जाएगा, वहीं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर ट्रेन में एक टूरिस्ट कोच लगेगा। पांच जोड़ी ट्रेनों में कोच की संख्या बढ़ाकर 26 की जाएगी।
इसी तरह प्रत्येक ट्रेन में एक वातानुकूलित कोच जोड़ा जाएगा और आधुनिक सुविधाओं से लैस एक दीनदयालु कोच भी लगाया जाएगा। इस साल परंपरागत की जगह 2309 एलएचबी कोच से ट्रेनों को लैस कर दिया जाएगा। अगले साल तक 3274 एलएचबी कोच ट्रेनों में जुट जाएंगे। पार्सल के लिए एक विकसित ऐप की सुविधा मिलेगी। इस ऐप से आप अपने पार्सल की मॉनिटरिंग कर सकेंगे। शिकायत व फीडबैक के लिए इंटीग्रेटेड ऐप विकसित किया जाएगा। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने एक कार्यक्रम में यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं से जुड़े एक्शन प्लान को पेश किया।
एटीएम से निकलेगा टिकट, आधार नंबर से यात्रा
रेलवे मंत्रालय के एक्शन प्लान के तहत यात्रियों को स्टेशनों पर ऐप आधारित टैक्सी सुविधा भी मिलेगी। पेपरलेस टिकटिंग को बढ़ावा देने के लिए आधार के जरिये टिकट सिस्टम शुरू किया जाएगा। आधार से भुगतान भी बतौर पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। मोबाइल के माध्यम से यात्री यात्रा टिकट का भुगतान कर सकेंगे। इसके साथ ही एटीएम से रेल टिकट निकालने के लिए एक सॉफ्टवेयर विकसित किया जाएगा। सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉर्मेशन सिस्टम (क्रिस) ऐसा साफ्टवेयर तैयार करेगा। एसबीआई के एटीएम से रेल टिकट भी निकलेगा। इस तरह के एटीएम से अनारक्षित श्रेणी वाले भी टिकट मिलेंगे। जल्द ही कुछ प्रमुख एटीएम के साथ ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग (एटीवी) मशीन लगाने पर विचार किया जाएगा। रेलवे की योजना है कि इस साल 25 मुख्य स्टेशनों को कैशलेस सिस्टम से लैस कर दिया जाए।
सेटेलाइट से जुड़ेगी ट्रेन
सेटेलाइट से जुड़े होने के कारण चलती ट्रेन में भी यात्री अपने स्टेशन, ट्रेन की गति से अवगत होते रहेंगे। रेल रेडियो पॉलिसी के तहत ट्रेनों में वाई-फाई और मनोरंजन की व्यवस्था की जाएगी। दो हजार स्टेशनों पर इस साल 20 हजार रेल डिस्प्ले नेटवर्क के तहत स्क्रीन लगाए जाएंगे। कौन सी ट्रेन किस प्लेटफार्म पर आएगी, आरक्षित बर्थ किस जगह लगेगा, ट्रेन कितनी देरी से चल रही है, समेत कई तरह की जानकारी स्क्रीन पर मिलेगी। ई-कैटरिंग को भी इस साल बढ़ावा दिया जाएगा।
यात्रा की हर समस्या का हल होगा एकीकृत ऐप
रेल यात्रा को सुगम बनाने के लिए यात्रियों के लिए एकीकृत मोबाइल ऐप जारी किया जाएगा। मई में लांच होने जा रहे इस ऐप में टिकटिंग, टैक्सी और कुली बुकिंग से लेकर होटल बुकिंग तक 17 प्रकार की यात्रा सुविधाएं होंगी। यह ऐप यात्रियों को सीजन टिकट व प्लेटफार्म टिकट समेत आरक्षित और अनारक्षित टिकट बुक करने में भी मदद करेगा।