रेलवे में स्वच्छता अभियान के तहत मिलेगा स्वच्छ स्टेशन का अवॉर्ड
लखनऊ: मोदी सरकार के स्वच्छता अभियान की रेलवे में रेटिंग तय होने का वक्त आ गया है। रेलवे में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए साल में एक बार अवॉर्ड दिया जाता है। अप्रैल के दूसरे सप्ताह में होने वाले रेलमंत्री अवॉर्ड में इसकी झलक दिखाई देगी। स्वच्छता अभियान की शुरुआत में यह तय किया गया था कि पहली बार देशभर के स्टेशनों में से एक स्टेशन को स्वच्छ स्टेशन का अवॉर्ड दिया जाएगा। यह स्टेशन हर श्रेणी के होंगे। इस बार यह अवॉर्ड किस स्टेशन को मिलेगा, इस पर सभी जोनल रेलवे की नजर है। बताते चलें कि, केंद्र सरकार ने पीएम मोदी के आह्वान पर बीते दो अक्टूबर को स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान को रेलवे ने बड़ी तैयारियों के साथ शुरू किया था। रेलवे ने इस अभियान के तहत श्रमदान भी किया था। इसमें सभी स्तर के अधिकारियों ने स्वेच्छा से भागीदारी की थी।
सफाई-स्वच्छता अभियान के लिए एसआईजी का हुआ था गठन
सफाई और स्वच्छता अभियान के लिए रेलवे ने नियमित तौर पर महाप्रबंधक, मंडल रेल प्रबंधक और अन्य अधिकारियों के अलावा सर्विस इम्प्रूवमेंट ग्रुप (एसआईजी) का गठन किया गया था। इतना ही नहीं, बड़े स्टेशनों पर सफाई अभियान के निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों की जद में लाने की घोषणा की गई थी। सभी नए सवारी डिब्बों में बायो टॉयलेट लगाने की घोषणा की गई है।
बायो टॉयलेट बनाने का लक्ष्य
यह लक्ष्य रखा गया है कि वर्ष 2021-22 तक सभी सवारी डिब्बों में बायो शौचालय स्थापित हो जाएं। इसके अलावा अन्य कई उपाय सुझाए गए हैं। इस अभियान में प्रमुख रूप से स्वच्छ स्टेशन अवॉर्ड दिए जाने की पहली बार घोषणा की गई है। इस दिशा में सभी जोनल रेलवे को जोरदार प्रयास करने को प्रेरित किया गया था, ताकि अखिल भारतीय स्तर पर सभी श्रेणियों के स्टेशनों को स्वच्छ स्टेशन का अवॉर्ड दिया जा सके। रेलवे में प्रतिवर्ष 17 अप्रैल को समारोह आयोजित किया जाता है। इसी दिन रेलमंत्री अवॉर्ड से उल्लेखनीय कार्य करने वाले रेलकर्मियों और उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वाले जोनल रेलवे को पुरस्कृत किया जाता है। इसी तरह से रेलवे बोर्ड, जोनल रेलवे और मंडल रेल स्तर पर भी अवॉर्ड दिए जाते हैं। समझा जाता है कि इस बार के रेलमंत्री अवॉर्ड के लिए स्वच्छता अभियान की समीक्षा होगी। इसके बाद यह रेटिंग तय करेगी कि किस जोनल रेलवे ने स्वच्छता अभियान में कितना बेहतर कार्य किया।