रोज-डे पर गुलाब का बाग देखने गए प्रॉपर्टी डीलर को गोलियों से भूना
दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ मलिहाबाद इलाके में बाइक सवार तीन बदमाशों ने रोज-डे के मौके पर रविवार दोपहर अपना गुलाब का बाग देखने गए प्रॉपर्टी डीलर से गांव का रास्ता पूछा और गोली मारकर भाग निकले।
चालक ने पुलिस को फोन करने के बजाय खून से लथपथ मालिक को गाड़ी पर लादकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने जमीन को लेकर रंजिश में हत्या की आशंका जताई है। पति-पत्नी के बीच तनातनी की भी जांच की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक, काकोरी के गांव कौड़िया खेड़ा निवासी प्रॉपर्टी डीलर खुशीराम यादव (48) रविवार दोपहर वाहन चालक सूरज के साथ टाटा सफारी से मलिहाबाद के गांव खड़ौहा के मजरा बाग बरगदी स्थित अपनी जमीन पर गुलाब के पौधों की देखभाल करने गया था।
चालक ने बलिस्टर यादव के बाग के पास गाड़ी रोकी और खुशीराम पैदल ही अपने बाग में पहुंचा। इस बीच बाइक तीन बदमाश आ धमके। हेलमेट लगाए चालक ने खुशीराम से रामदीन के ट्यूबवेल व गांव खड़ौहा का रास्ता पूछा।
इस बीच पिछली सीट से उतरे दो बदमाशों ने खुशीराम को निशाना बनाकर फायरिंग कर दी। सूरज का कहना है कि गोली चलते देख वह जान बचाकर भागा। बदमाशों के नजरों से ओझल होने पर सूरज लौटा।
मलिहाबाद इलाके में बाइक सवार तीन बदमाशों ने रोज-डे के मौके पर रविवार दोपहर अपना गुलाब का बाग देखने गए प्रॉपर्टी डीलर से गांव का रास्ता पूछा और गोली मारकर भाग निकले।
चालक ने पुलिस को फोन करने के बजाय खून से लथपथ मालिक को गाड़ी पर लादकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने जमीन को लेकर रंजिश में हत्या की आशंका जताई है। पति-पत्नी के बीच तनातनी की भी जांच की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक, काकोरी के गांव कौड़िया खेड़ा निवासी प्रॉपर्टी डीलर खुशीराम यादव (48) रविवार दोपहर वाहन चालक सूरज के साथ टाटा सफारी से मलिहाबाद के गांव खड़ौहा के मजरा बाग बरगदी स्थित अपनी जमीन पर गुलाब के पौधों की देखभाल करने गया था।
चालक ने बलिस्टर यादव के बाग के पास गाड़ी रोकी और खुशीराम पैदल ही अपने बाग में पहुंचा। इस बीच बाइक तीन बदमाश आ धमके। हेलमेट लगाए चालक ने खुशीराम से रामदीन के ट्यूबवेल व गांव खड़ौहा का रास्ता पूछा।
इस बीच पिछली सीट से उतरे दो बदमाशों ने खुशीराम को निशाना बनाकर फायरिंग कर दी। सूरज का कहना है कि गोली चलते देख वह जान बचाकर भागा। बदमाशों के नजरों से ओझल होने पर सूरज लौटा।
खुशीराम ने विगत दिनों खड़ौहा के विष्णु कुमार की 19 बिसवा जमीन खरीदी थी। इस पर गुलाब की कलम लगवाई थी। इसके अलावा काकोरी इलाके में जमीन को लेकर विवाद की जानकारी मिली है।
खुशीराम का एक साल से अपनी पत्नी फूलमती से विवाद चल रहा है। पत्नी से विवाद के चलते खुशीराम की बंथरा के गांव गदियन खेड़ा निवासी अपने साले रामलखन से भी तनातनी थी।
एसएसआई ने जानकारी दी कि खुशीराम को बाग में गोली मारी गई। वहां खून पड़ा था। सवाल है कि चालक सूरज को जानकारी थी कि खुशीराम के भाई विनोद की ससुराल बरगदी में है और वह ससुराल में ही रहता है।
इसके बावजूद सूरज ने विनोद व उसके ससुरालवालों को सूचना देना जरूरी नहीं समझा, न ही पुलिस को फोन किया। वहीं, सूरज से पहले हरदोई का कल्लू उसका वाहन चालक था। परिवार से नजदीकी बढ़ने पर उसने कल्लू को नौकरी से निकाल कर सूरज को रख लिया और सूरज पर भी खूब खर्च करता था।
कल्लू व खुशीराम के करीबी रहे अन्य युवकों के बारे में छानबीन शुरू की गई है। वहीं, खुशीराम ने विगत दिनों जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था। उसकी इलाके में खासी पहचान थी। चुनाव में खूब खर्च किया लेकिन पराजित हो गया था।