लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षक, विद्यार्थियों ने परीक्षा का विरोध किया, स्थगित करने की मांग
लखनऊ : विश्वविद्यालय में परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग कर रहे छात्रों और शिक्षकों के कारण लखनऊ विश्वविद्यालय में तनाव बढ़ता जा रहा है। परीक्षाएं 7 जुलाई से शुरू होने वाली हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय एसोसिएटेड कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन (एलयूएसीटीए) ने भी परीक्षा स्थगित न होने पर उसका बहिष्कार करने की घोषणा की है। इस सिलसिले में लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (एलयूटीए) के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा से भी मुलाकात की है।
एलयूटीए अध्यक्ष नीरज जैन ने कहा कि कोरोनावायरस के मामले बढ़ रहे हैं और ऐसी स्थिति में परीक्षा आयोजित करने से छात्रों, शिक्षकों के साथ-साथ गैर-शिक्षण कर्मचारियों के स्वास्थ्य के लिए भी खतरा पैदा हो जाएगा। शिक्षकों ने उपमुख्यमंत्री को सौंपे गए मांगों के ज्ञापन में कहा कि या तो महामारी के खत्म होने तक परीक्षा को स्थगित कर दिया जाए, या इस तरह से व्यवस्था की जाए कि छात्रों की शारीरिक तौर पर उपस्थिति न हो।
एलयूटीए के महासचिव विनीत वर्मा ने कहा, सभी शिक्षक और छात्र परीक्षा के समर्थन में नहीं हैं। जब से स्नातक और स्नातकोत्तर परीक्षा कार्यक्रम की घोषणा की गई है, तब से शिक्षक, छात्र और उनके माता-पिता तनाव में हैं। परीक्षा के दौरान सामाजिक दूरी का पालन करना मुश्किल होगा।