निकट सहयोगियों का कहना है कि तेजप्रताप को नए बंगले के आवंटन का इंतजार है। उन्होंने भवन निर्माण विभाग से पटना में टलर रोड स्थित दो नबंर बंगले की मांग की है।
पटना: लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव पटना में हैं, लेकिन अपने घर नहीं जा रहे हैं। उन्हें अपने लिए एक अदद घर की तलाश है। इसे लेकर वह प्रयास कर रहे हैं। तेजप्रताप ने बिहार के भवन निर्माण मंत्री से अपने लिए आवास की मांग की है। निकट सहयोगियों का कहना है कि तेजप्रताप को नए बंगले के आवंटन का इंतजार है। उन्होंने भवन निर्माण विभाग से टलर रोड स्थित दो नंबर बंगले की मांग की है। लेकिन मंत्री माहेश्वर हजारी का कहना है कि विभाग केवल सेंट्रल पूल के बंगले को ही आवंटित करता है। विधायकों या विधान पार्षदों को विधानसभा या विधान परिषद सचिवालय के माध्यम से ही बंगले मिलते हैं।
गौरतलब है कि ऐश्वर्या राय से तलाक के फैसले के बाद से ही तेजप्रताप यादव घर से बाहर रह रहे हैं। 27 दिनों तक वह पटना से बाहर रहे। पटना आने के बाद भी तेजप्रताप घर नहीं जा रहे हैं। ऐसे में लालू परिवार को यह चिंता हो रही है कि आखिर तेजप्रताप को घर से दूर रहने के बाद भी कोई आर्थिक रूप से मदद कर रहा है। साथ ही लालू परिवार इस बात का भी पता लगा रहे है कि वे कौन-कौन लोग हैं जो तेजप्रताप यादव की मदद कर रह हैं। पूर्व सीएम राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास से लेकर पार्टी नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
लालू परिवार चिंतित
वहीं तेजप्रताप यादव की घर से दूरी को लेकर लालू यादव बेहद चिंतित हैं। वह तेजप्रताप यादव के मददगारों की पहचान करने और उन्हें शरण देने वालों के बारे में पता करा रहे हैं। माना जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व इन मददगारों को पार्टी और परिवार के लिए नुकसानदेह मान रहा है। घर के लोग लगातार तेजप्रताप को तलाक की अर्जी वापस लेने के लिए मना रहे हैं, लेकिन वह इसके लिए राजी नहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक खुद राबड़ी देवी कई बार फोन पर तेजप्रताप यादव को घर लौटने के लिए कह चुकी हैं। ऐश्वर्या राय के साथ पूरा लालू परिवार खड़ा है और खुद ऐश्वर्या राबड़ी आवास में ही हैं। शायद यही वजह है कि तेजप्रताप अपने घर नहीं जा रहे हैं।