दिल्लीराज्य

लोकतंत्र में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा जरूरी: राज्यसभा में हामिद अंसारी

  • नई दिल्ली. उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का गुरुवार को कार्यकाल खत्म हो गया। राज्यसभा में स्पीच में उन्होंने कहा- लोकतंत्र में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा बहुत जरूरी है। इसके लिए उन्होंने राधाकृष्णन सर्वपल्ली के एक बयान का जिक्र किया। बता दें कि शुक्रवार को नए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू कार्यभार संभालेंगे। इससे पहले नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के लिए विदाई स्पीच दी। उन्होंने कहा कि जब भी उनसे मुलाकात हुई, काफी कुछ जानने-समझने का मौका मिला। हमारा पद अंपायर या रेफरी की तरह…
    लोकतंत्र में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा जरूरी: राज्यसभा में हामिद अंसारी– विदाई भाषण में अंसारी बोले, “डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने कहा था कि लोकतंत्र में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा जरूरी है। डेमोक्रेसी में उस वक्त अन्याय होता है जब अपोजिशन को मुक्त रूप से सरकार की नीतियों की आलोचना नहीं करने दी जाती। लेकिन ये भी सही है कि जिम्मेदारियों के बारे में पता होना चाहिए।”
    – “राज्यसभा को केवल रोकटोक के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि आने वाले उपराष्ट्रपति बेहतर काम करेंगे।”
    – “हमारा पद क्रिकेट के अंपायर या हॉकी के रेफरी की तरह है, जो बिना खेले केवल खेल देखता है।”
    मोदी ने कहा- अंसारीजी, अपनी यादें छोड़कर जा रहे हैं
    – नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के लिए विदाई स्पीच दी। उन्होंने कहा कि अंसारीजी, अपनी यादें छोड़कर जा रहे हैं। उनके किए गए कामों को याद किया जाएगा। उन्होंने एक डिप्लोमैट के रूप में करियर शुरू किया था और वो काफी शानदार रहा।
    किस नेता ने क्या कहा?
    – गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जिस तरह से आपने सदन को चलाया वह सराहनीय है| आपका यह कार्यकाल शानदार रहा।
    – अरुण जेटली ने कहा, ” आज का दिन बहुत अहम है। हम इस सदन में आपके सभापति के तौर पर 10 साल का टेन्योर पूरा करने के बाद विदाई दे रहे हैं। आपके टेन्योर में काफी अच्छी चर्चा हुईं।
    – एसपी मेंबर राम गोपाल यादव ने कहा- “अंसारी ने बिना किसी के भेदभाव के सदन को चलाया। कभी किसी भी कानून को बिना चर्चा के पास होने की मंजूरी नहीं दी। मैं आशा करता हूं कि अगले सभापति भी इस परंपरा को बनाए रखेंगे।”
    – टीएमसी मेंबर डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा कि अंसारी योग करते हैं और अच्छी सेहत को बनाए रखने के लिए शाम को टहलने जाते हैं। वे पिछले 40 साल से लंच में सेंडविच खाते आ रहे हैं। यह वर्ल्ड रिकॉर्ड होना चाहिए।”
    – मनमोहन सिंह ने कहा, “मुझे सबसे ज्यादा सहयोग और कोऑपरेशन अंसारी से ही मिला। भारत के इतिहास को उठाकर देखें तो समय-समय पर कई चैलेंज रहे हैं। लेकिन आपके जैसे बुद्धिमान लोगों से देश को मार्गदर्शन मिलता रहा है। वो मेरे लिए फ्रेंड, फिलॉसफर और गाइड की तरह रहे।”
    बीफ पर बैन पक्षपाती रवैया
    – न्यूज एजेंसी की खबर के मुताबिक अंसारी ने बुधवार को राज्यसभा टीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “बीफ पर बैन लगाना एक तरह से पक्षपाती रवैया है। मैं किसी राजनीतिक शख्स या दल के बारे में बात नहीं करूंगा, लेकिन जब भी कोई ऐसा कमेंट होता है, तो मैं कहूंगा कि वह शख्स नासमझ है या उसका पक्षपातपूर्ण रवैया है या फिर वह देश के उस खाके में फिट नहीं होता, जिस पर भारत को हमेशा गर्व होता है। सही मायने में तो हमारा समाज सबको समाहित करने वाला है।”
    – अंसारी से पूछा गया था कि एक मुसलमान के रूप में वह ऐसे बयानों पर कैसा महसूस करते हैं? अंसारी का ये इंटरव्यू गुरुवार को टेलीकास्ट होगा।
    – अंसारी ने ये भी कहा, “टॉलरेंस यह एक अच्छी खूबी है लेकिन यह काफी नहीं है। लिहाजा आपको टॉलरेंस से आगे बढ़ते हुए स्वीकार करने की राह पर बढ़ना होगा।”
    – “हम टॉलरेंस के बारे में बात क्यों करते हैं? क्योंकि आप किसी उस बात को सहन करने की जरूरत महसूस करते हैं, जो शायद आपके हिसाब से नहीं है।”
    कौन हैं हामिद अंसारी?
    – हामिद अंसारी का जन्म कोलकाता में 1 अप्रैल, 1937 को हुआ था। अंसारी की पढ़ाई सेंट एडवर्ड्स हाई स्कूल, शिमला, सेंट जेवियर्स कॉलेज, कोलकाता और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हुई।
    – वे भारतीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन रहे। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर की जिम्मेदारी भी संभाली।
    – 10 अगस्त, 2007 को भारत के 13वें उपराष्ट्रपति चुने गए थे। उन्होंने लगातार दो टर्म तक यह जिम्मेदारी संभाली।

Related Articles

Back to top button