लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि राज्य विधान सभा क्षेत्र से विधान परिषद के सदस्यों के निर्वाचन के लिए हुए मतदान में समाजवादी पार्टी के सभी 8 प्रत्याशियों की जीत वस्तुतः लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष ताकतों की जीत तथा सांप्रदायिक ताकतों की पराजय है। गत विधान सभा उपचुनावों की नतीजों से उन्होने सीख नहीं ली। अब उनको “मोदी लहर“ “मोदी मैजिक“जैसे भ्रमजाल से छुटकारा मिल जाना चाहिए। चुनाव नतीजों ने जता दिया है कि उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के कुशल नेतृत्व पर जनता ही नहीं जनप्रतिनिधियों का भी भरोसा कायम है। विधान परिषद के इन चुनावो में भाजपा ने राजनीतिक माहौल बिगाड़ने की हरचन्द कोशिश की। अन्य दलों से विधायकों की खरीद फरोख्त और सन् 2017 के चुनाव में टिकट दिलाने का झांसा देकर भाजपा नेताओं ने लोकतंत्र की सभी मर्यादाओं का मजाक बनाया है। उनका यह आचरण राजनीतिक शिष्टाचार के भी खिलाफ है। इससे जाहिर है कि भाजपा की व्यापारी मानसिकता नहीं गई है। विधान परिषद के चुनाव परिणामों ने यह साबित कर दिया है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार ने विकास का जो नया एजेण्डा लागू किया है, उससे प्रदेश में सर्वांगीण परिवर्तन की लहर पैदा हुई है। सभी दलों के विधायक विकास की इस प्रक्रिया के साक्षी है और उन्हें भी इसका लाभ मिल रहा है। इसलिए समाजवादी पार्टी के सभी 8 प्रत्याशियों को उनका मत मिला है और वे शानदार तरीके से विजयी घोषित हुए हैं।