ज्ञान भंडार
“लोनावला” हरी-भरी वादियों से घिरा हिल स्टेशन
एजेंसी/ लाइफस्टाइल डेस्कःमहाराष्ट्र में बसा एक छोटा सा हिल स्टेशन लोनावला अपनी नेचुरल ब्यूटी के लिए जाना जाता है। सुंदर झील और झरनों का ये शहर टूरिस्टों के दिल को जीतने के लिए पूरे साल स्वागत को तैयार रहता है। पुणे से 64 किमी तथा मुंबई से 96 किमी दूर ये शहर एक अच्छे वीकेंड के लिए बाहें फैलाए खींचता है।
समुद्रतल से 624 मीटर की ऊंचाई पर बसे हरी-भरी पहाडियों से घिरे लोनावला की सुंदरता देखते ही बनती है। यहां घूमने लायक कई सारी जगहें हैं। ट्रैकिंग का मन हो तो पहाड़ पर चढ़ने की सुविधा भी मौजूद है। ट्रैकिंग करते समय पहाड़ों के नजारों का लुत्फ अलग ही एक्सपीरियंस देता है। इस छोटे से शहर में घूमने के लिए कई जगहें हैं। राजमची पाइंट, लोनावला झील, कारला केव्स, लोहागढ़ फोर्ट, बुशी डैम, रईवुड पार्क तथा शिवाजी उद्यान प्रमुख हैं। परिवार के साथ घूमने जाना हो या दोस्तों के साथ मस्ती करनी हो, यह जगह सभी के लिए मुफीद है।
राजमची पाइंट
लोनावला से लगभग 6 किमी की दूरी पर खूबसूरत वादियों से सजा एक दूसरी जगह है राजमची। इसका यह नाम यहां के गांव राजमची के कारण पड़ा है। यहां का खास अट्रैक्शन शिवाजी का किला और राजमची वाइल्ड लाइफ सेंक्चुअरी है। इस जगह की सुंदरता टूरिस्टों को बहुत लुभाती है।
Other beautiful places:
रईवुड पार्क
बुशी डैम
लोहागढ़ किला
यह स्थल पूरी तरह से हरियाली से भरा रहता है। खूब सारे पेड़ और धरती पर बिछी हरी घास का इलाका सबका मन मोह लेता है। बड़ों के साथ बच्चे भी यहां खूब मस्ती करते हैं। पार्क में स्थित प्राचीन शिव मंदिर हमें भगवान शिव के प्रति श्रद्धा और आस्था से सराबोर कर देता है।
लोनावला से 20 किलोमीटर की दूरी पर समुद्रतल से 1,050 मीटर की ऊंचाई पर बसा लोहागढ़ किला बेहद ही दर्शनीय स्थल है। इस किले की बनावट और इसकी ऐतिहासिकता हमें इसकी ओर खींचती है। यह किला शिवाजी का युद्धस्थल भी था। विशाल चट्टान पर स्थित इस किले में कैदियों के लिए लोहे के दरवाजे लगाए गए थे।
लोनावला से 6 किलोमीटर की दूरी पर बसा बुशी डैम एक फेमस पिकनिक स्पॉट है। बरसात के दिनों में जब यह पानी से लबालब भर जाता है तो इसकी सुंदरता देखने लायक होती है। यहां कई पर्यटक पहुंचते हैं।
कब जाएं
लोनावला का मौसम ज्यादातर सुहावना ही रहता है। यहां किसी भी मौसम में जा सकते हैं। लेकिन मार्च से लेकर अक्टूबर के बीच यहां जाएंगे तो मजा कई गुना बढ़ जाएगा। बरसात का मौसम यहां की झीलों और झरनों को निहारने का सबसे अच्छा समय है।