लखनऊ। नगर विकास मंत्री आजम खान शनिवार को शिया धर्म गुरू कल्वे जव्वाद पर जमकर निशाना साधा। धर्मगुरू से नाराज आजम ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर वक्फ बोर्ड की सम्पत्तियों की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। जव्वाद पर निशाना साधते हुए आजम ने कहा कि उन पर वे लोग आरोप लगा रहे हैं, जो खुद गृहमंत्री का स्वागत करते हैं और प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हैं। श्री आजम ने कहा, शिया वक्फ बोर्ड पर उनका कोई दखल नहीं है। आजम ने आगे कहा कि वे हमेशा से बोर्ड की जमीनें बढ़ाने की सोचते हैं लेकिन उन पर जो शख्स आरोप लगा रहा है कि वह जमीनें दबाने में लगा रहता है। आजम ने मुख्यमंत्री को लिखा है, सरकार आने के कुछ ही दिन बाद मैने आपको मुस्लिम औकाफ की बर्बादी के बारे में लिखा था, जिसमें सुन्नी वक्फ बोर्ड व शिया वक्फ बोर्ड शामिल थे। आजम ने पत्र के माध्यम से कहा, बहुत ही बेदर्दी से वक्फ की जायदादों को बेचा गया और खुद को धर्म का ठेकेदार कहने वाले लोगों ने कौड़ियों के दाम उन तमाम औकाफ को बेच दिया, जिसे केन्द्रीय व कानून, राज्य व कानून तथा इस्लामी शरियत में हरगिज नहीं बेचा जा सकता। यहाँ तक कि मस्जिदें तोड़कर प्लाटिंग कर दी गयी, कब्रिस्तान बेच दिये और दूसरी जायदादों का कहना ही क्या था। बकौल आजम, मैं आपसे पुनः इस बात की सिफारिश करता हूं कि पिछले १० वर्षों की वक्फ सम्पत्तियों की सीबीआई द्वारा जाँच कराने का कष्ट करें। ज्ञात हो कि शिया वक्फ बोर्ड चुनाव को लेकर पिछले कुछ दिनों से मौलाना कल्बे जव्वाद और आजम खां में ठन गई है। इससे पूर्व मौलाना कल्बे जव्वाद ने आजम खां पर पिछले दिनों शिया वक्फ बोर्ड पर कब्जा करने का आरोप लगाकर बखेड़ा खड़ा कर दिया था।बीते बुधवार को शिया समुदाय के साथ मौलाना ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात कर अपना यह अंदेशा जताया। उन्होंने मुख्यमंत्री से शिया वक्फ बोर्ड के चुनाव निष्पक्ष रूप से कराने की मांग की, और वक्फ बोर्ड के दोषियों को दोबारा बोर्ड में न लेने को भी कहा।