वाणिज्य और उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने पहले भारत-दक्षिण अफ्रीका कारोबार सम्मेलन का किया उदघाटन
जोहानिसबर्ग : वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला अपने जीवनकाल में ही किवदंती बन गए थे और दोनों ही नेता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे। पहले भारत-दक्षिण अफ्रीका कारोबार सम्मेलन के उदघाटन के मौके पर उन्होंने ये बातें कही। वह इस दो दिवसीय सम्मेलन में उच्च स्तरीय कारोबारी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। दुनिया में गांधी और मंडेला लोगों को प्रेरित करते रहे हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने कहा कि यदि हम इनके विचारों को अमल में लाएं तो यह उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। क्या इन दोनों नेताओं की विचारधारा को ऐसी जीवनशैली नहीं बनाया जा सकता जिसे लोग वास्तविकता में जिएं? यदि हम इन दो महान नेताओं के दर्शन का अनुसरण करें तो आज अकेलेपन और तनाव के कारण परेशान कई लोगों की समस्याएं दूर की जा सकती हैं। गांधी के बाद जन्मे मंडेला हमेशा कहते रहे कि वह गांधी से प्रेरित हैं। वहीं गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में शोषण के विरुद्ध संघर्ष करके पहचान बनाई। गांधी ने भारत में स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी पर इसकी प्रेरणा उन्हें दक्षिण अफ्रीका में मिली। दोनों नेताओं में बहुत समानताएं हैं। प्रभु ने सम्मेलन में पड़ोसी देशों के कई नेताओं की भागीदारी की भी सराहना की। उन्होंने कहा, हम उनसे बात और चर्चा करना चाहते हैं कि कारोबार के जरिए किस तरह दुनिया को बेहतर बनाया जा सकता है।