
नई दिल्ली (एजेंसी)। वायु सेना अगले 15 वर्षों में 15० अरब डॉलर के उपकरणों एवं प्लेटफॉर्मों की खरीदारी करेगी। वायु सेना के महानिदेशक (जांच एवं सुरक्षा) एयर मार्शल पी. पी. रेड्डी ने यह जानकारी दी। एयर मार्शल रेड्डी ने कहा कि भारतीय उद्योग जगत को कर में छूट दिए जाने एवं आयात-निर्यात के लिए और अनुकूल शासन प्रणाली प्रदान किए जाने की आवश्यकता है। एयर मार्शल रेड्डी बुधवार को भारतीय विमान उद्योग को प्रोत्साहित किए जाने के लिए आयोजित आठवें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के पहले सत्र को संबोधित कर रहे थे। रेड्डी ने कहा कि निजी क्षेत्र की कंपनियों को भी अनुसंधान एवं विकास निधि उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
वायुसेना की बजट राशि का बड़ा हिस्सा विमान इंजन और उपकरणों पर होने वाले खर्च पर ही चला जाता है। इस अवसर पर हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड के महाप्रबंधक (व्यापार विकास) एस. के. मित्तल ने कहा कि सर्वोत्तम विमान प्रौद्योगिकी का विकास करना है। मित्तल ने आगे कहा कि अधिकांश कच्चा माल आयात करना पड़ता है और इसे उल्टी दिशा देने की जरूरत है तथा उड़ान योग्यता का प्रमाणीकरण भी एक चुनौती है।